आईपीएस IPS अधिकारी राहुल कुमार लोढ़ा को भोपाल में राजकीय रेलवे पुलिस अधीक्षक के रूप में पदस्थ करने के आदेश हैं पर बजरंग दल कार्यकर्ता उनका विरोध कर रहे हैं। लोढ़ा को शुक्रवार को कार्यभार संभालना था लेकिन लोगों के विरोध के कारण वे अभी तक ज्वाइन ही नहीं कर सके हैं। उनके खिलाफ गुस्सा कम होने की बजाए बढ़ता जा रहा है।
दरअसल रतलाम के पुलिस अधीक्षक के रूप में मोचीपुर में गणेश प्रतिमा जुलूस पर कथित पथराव Ratlam Stone Pelting Case की घटना पर राहुल कुमार लोढ़ा की भूमिका पर हिंदूवादी संगठन नाराज हैं। कथित पथराव के मामले की उन्होंने ही जांच की थी। एसपी राहुल कुमार लोढ़ा ने तब कहा था कि मूर्ति नहीं तोड़ी गई।
पुलिस की जांच के बाद लोग भड़क उठे थे। हिंदूवादी संगठनों ने विरोध प्रदर्शन किया। 7 सितंबर को रात में गणेश मूर्ति जुलूस पर कथित पत्थरबाजी के बाद सैंकड़ों लोगों की भीड़ ने थाने का घेराव कर पत्थर फेंकने वालों पर कार्रवाई की मांग की थी। पुलिस ने जांच के बाद कहा कि किसी ने पत्थर नहीं फेंका जिससे लोग गुस्सा उठे। नाराज लोगों पर पुलिस ने लाठीचार्ज भी किया।
हिंदूवादी संगठनों और आम लोगों ने एसपी राहुल कुमार लोढ़ा पर गलत जानकारी देने का आरोप लगाते हुए उनकी खिलाफत की। लोगों के विरोध को देखते हुए उन्हें रतलाम के पुलिस अधीक्षक पद से हटाकर जीआरपी भोपाल एसपी बना दिया गया।
इसके बाद भोपाल में उनकी ज्वाइनिंग से पहले ही बजरंग दल कार्यकर्ताओं ने प्रदर्शन करना चालू कर दिया। आईपीएस अधिकारी राहुल कुमार लोढ़ा को राजकीय रेलवे पुलिस (GRP) के अधीक्षक बनाने की भी खिलाफत की जा रही है। कार्यकर्ता उन्हें बर्खास्त करने की मांग कर रहे हैं।