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भोपाल

International men’s day इस राज्य में पत्नियों से ज्यादा पतियों की होती है पिटाई, सामने आई यह वजह

पुरुष दिवस (International men’s day) पर आज हम आपको बता रहे हैं कुछ ऐसे ही चौंकाने वाले फैक्ट जिन्हें पढक़र आप भी हैरान रह जाएंगे। प्रदेश में पत्नियों द्वारा पतियों पर अत्याचार के मामलों में अब हालात ये हैं कि प्रताडि़त एक लाख पुरुषों में से अकेले भोपाल में 22 पुरुष खुदकुशी कर लेते हैं।

भोपालNov 19, 2022 / 04:31 pm

shailendra tiwari

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भोपाल। राजधानी में पारिवारिक कलह के कारण आत्महत्या (International men’s day) के मामले लगातार बढ़ रहे हैं। इसका शिकार सबसे ज्यादा पुरुष (International men’s day) हो रहे हैं। एक साल में आत्महत्या करने वालों में से 73 फीसदी पुरुष (International men’s day) हैं। एनसीआरबी के आंकड़ों के मुताबिक 2021 में भोपाल में हर एक लाख में से 22 पुरुषों ने आत्महत्या की, जबकि एक लाख में से केवल 8 महिलाओं ने आत्महत्या से अपनी जीवनलीला समाप्त की। वहीं दूसरी और पुरुष हेल्पलाइन (International men’s day) पर भी दो साल में राजधानी से 6000 से भी ज्यादा कॉल पहुंचे हैं।
– महिलाओं से ज्यादा पुरुष (International men’s day)पारिवारिक कलह से परेशान, हर एक लाख में 22 पुरुष राजधानी में कर रहे आत्महत्या, जबकि आत्महत्या करने वाली महिलाओं की संख्या 8 है।
– 2021 में 414 पुरुषों (International men’s day) ने की थी आत्महत्या, इनमें से 38 फीसदी मामलों में पारिवारिक कलह था कारण
– राजधानी में एक साल में 36 फीसदी बढ़ गए (International men’s day) आत्महत्या के मामले
– देश में हर 10वां पुरुष वैवाहिक हिंसा का शिकार
– पूरे देश में से आत्महत्या करने वाले 9 फीसदी लोग (International men’s day) मध्य प्रदेश से जबकि 2 फीसदी मध्यप्रदेश की राजधानी भोपाल से।

2021 में 414 पुरुषों ने की आत्महत्या, इनमें से 38 फीसदी पारिवारिक कलह के कारण
पूरे देश में आत्महत्या करने वालों में से 2 फीसदी लोग भोपाल (International men’s day) के हैं। 2021 में राजधानी के 566 लोगों ने आत्महत्या की। इनमें से 414 पुरुष थे जबकि, 152 महिलाएं थी। ये संख्या 2020 में सिर्फ 416 थी। यानि एक साल में आत्महत्या के मामले 36 फीसदी (International men’s day) बढ़ गए।

पुरुष हेल्पलाइन पर कॉल करने वाले पुरुषों में से 95 फीसदी पारिवारिक कलह से परेशान
पुरुष हेल्पलाइन (International men’s day) संचालित करने वाले भाई वेलफेयर सोसाइटी के अध्यक्ष जकी अली ने बताया कि हेल्पलाइन पर आने वाले कॉल्स में 80 फीसदी पुरुषों (International men’s day) को आत्महत्या करने का विचार आता है। इनमें 95 फीसदी पारिवारिक कलह के कारण प्रताडि़त रहते हैं। हालांकि काउंसलिंग के बाद इनके (International men’s day) विचारों में बदलाव देखने को मिलता है।

राजधानी से पुरुष हेल्पलाइन पर इस तरह के मामले आए

– पिता ने दुबई में व्यापार के लिए 1 करोड़ का कर्ज लिया। घाटे में जाने के बाद सब कुछ बेटे के नाम कर दिया। अब कर्ज देने वाले बेटे को रकम चुकाने के लिए प्रताडि़त कर रहे हैं। इससे परेशान होकर लडक़े (International men’s day) ने सुसाइड करने का प्रयास किया। तब अपने भाई की मदद के लिए बहन ने पुरुष हेल्पलाइन (International men’s day) नंबर पर कॉल कर मदद मांगी।

– पत्नी अपने ससुराल के साथ नहीं रहना चाहती थी। इस पर घर में शांति बनाए रखने के लिए पति ने अपनी जॉब दूसरे शहर में ट्रांसफर करवा ली। लेकिन इसके बावजूद पत्नी पुरुष (International men’s day) को अपने परिवार से सारे संबंध तोडऩे के लिए प्रताडि़त करती रही। जब पति ने इस शर्त को मानने से मना कर दिया तो पत्नि ने थाने जाकर पूरे परिवार पर घरेलू हिंसा, दहेज प्रताडऩा के झूठे केस लगा दिए। इसी विवाद के चलते पुरुष (International men’s day) चार साल से डिप्रेशन का शिकार है।

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फेक्ट फाइल (International men’s day)
एनसीआरबी 2021 के मुताबिक आत्महत्या के आंकड़े

2021(पुरुष)(महिला)(कुल)(आत्महत्या की दर (प्रति एक लाख की आबादी पर))
देश(45026)(164033)(12)(118979)
मध्य प्रदेश(10203)(4762)(14965)(17.6)
भोपाल(414)(152)(566)(30.1)
इंदौर(517)(220)(737)(7.9)
जबलपुर(158)(56)(214)(16.9)
राजधानी में पुरुषों के आत्महत्या करने के कारण (International men’s day)

पारिवारिक कलह38 फीसदी
बीमारी18.6 फीसदी
करियर संबंधी9.8 फीसदी
अन्य(प्रोपर्टी संबंधी, लव अफेयर, ड्रग एडिक्शन)33.6 फीसदी

हर 10वां पुरुष वैवाहिक हिंसा का शिकार
नेशनल फैमिली हेल्थ सर्वे 5 के मुताबिक देश में हर दसवां पुरुष (International men’s day) अपनी पत्नी से पिट रहा है। अगर पत्नी ज्यादा पढ़ी लिखी है तो, पुरुषों के (International men’s day) खिलाफ हिंसा के मामले बढ़ रहे हैं। वहीं दूसरी और सबसे ज्यादा 30-39 की उम्र में ये मामले बढ़ते हैं।

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