प्रारंभिक तौर पर सामने आया है कि श्वेता विजय जैन, श्वेता स्वप्निल जैन, बरखा सोनी और आरती दयाल के कॉल डिटेल्स में मध्यप्रदेश के अलावा दिल्ली, महाराष्ट्र, उत्तर प्रदेश, राजस्थान और छत्तीसगढ़ के नेताओं के संबंध पाए गए हैं। कई नेताओं के रात दो-दो बजे तक इन महिलाओं से फोन कॉल और चैटिंग का रिकॉर्ड मिला है।
बताया जा रहा है कि मध्यप्रदेश के राज्य प्रशासनिक सेवा, राज्य पुलिस सेवा और आइएएस-आइपीएस के संबंध भी पाए गए हैं। इनमें से कुछ अधिकारी महत्वपूर्ण ओहदों पर हैं। केन्द्रीय मंत्री तक पहुंच सकती है जांच की आंच
आरोपी पांच महिलाओं के कॉल डिटेल्स रिकॉर्ड (सीडीआर) और एसएमएस से चौंकाने वाले तथ्य उजागर हुए हैं। इसमें एक केंद्रीय मंत्री और भाजपा संगठन के बड़े पदाधिकारी तक भी आंच पहुंच रही है।
मध्यप्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री दिग्विजय सिंह ने हनी ट्रैप मामले पर बड़ा आरोप लगाया है। उन्होंने कहा है कि हनीट्रैप में भाजपा के पूर्व मंत्री और भाजपा के विधायक फंसे हैं। दिग्विजय ने कहा कि श्वेता विजय जैन भाजपा युवा मोर्चा की महामंत्री थी, तब भाजपा नेता जीतू जिराती अध्यक्ष थे। उधर, जिराती का नाम आने के बाद उन्होंने दिग्विजय के बयान पर जवाब देते हुए कहा है कि वे किसी भी प्रकार की जांच को तैयार हैं।
हनीट्रैप कांड में गिरफ्तार महिलाओं का गिरोह शिकार तलाशने के लिए, सूचनाएं एकत्रित करने के लिए अलग-अलग फील्ड की जुड़ी युवतियों और महिलाओं को अपने गिरोह में जोड़ रखा था। बताया जा रहा है कि इस मामले में हेड कांस्टेबल की एक बेटी की शिकायत भी क्राइम ब्रांच में पहले हो चुकी थी। वहीं, तीन आइएएस की पत्नियां भी श्वेता विजय जैन की करीबी थीं। यह महिलाएं अक्सर श्वेता के साथ देखी जाती थीं।
श्वेता के साथ काम कर चुकी एक महिला ने बताया कि ये तीनों महिलाएं श्वेता के लिए लाइजनिंग का काम करती थीं, इसका कमीशन इन तीनों महिलाओं को पहुंचाया जाता था। महिला ने बताया कि श्वेता इस खेल में माहिर है वो शिकार के लिए खिलाड़ी बदलती रहती है लेकिन उसका खेल नहीं बदलता।