हनीट्रैप कांड में गिरफ्तार महिलाओं का गिरोह शिकार तलाशने के लिए, सूचनाएं एकत्रित करने के लिए अलग-अलग फील्ड की जुड़ी युवतियों और महिलाओं को अपने गिरोह में जोड़ रखा था। बताया जा रहा है कि इस मामले में हेड कांस्टेबल की एक बेटी की शिकायत भी क्राइम ब्रांच में पहले हो चुकी थी। वहीं, तीन आइएएस की पत्नियां भी श्वेता विजय जैन की करीबी थीं। यह महिलाएं अक्सर श्वेता के साथ देखी जाती थीं।
श्वेता के साथ काम कर चुकी एक महिला ने बताया कि ये तीनों महिलाएं श्वेता के लिए लाइजनिंग का काम करती थीं, इसका कमीशन इन तीनों महिलाओं को पहुंचाया जाता था। महिला ने बताया कि श्वेता इस खेल में माहिर है वो शिकार के लिए खिलाड़ी बदलती रहती है लेकिन उसका खेल नहीं बदलता।
श्वेता से दोस्ती करने वाली तीनों महिलाओं के पतियों को उसके साथ दोस्ती की जानकारी थी। इनमें से एक अफसर को उसकी पत्नी ने ही श्वेता के साथ पकड़ लिया था। बाद में पत्नी का भरोसा जीतने के लिए अफसर ने श्वेता को मुंहबोली बहन बताकर उसका परचिय कराया था। उसके बाद अफसर की पत्नी और श्वेता के बीच दोस्ती हो गई थी। अफसर की पत्नी के सहारे श्वेता ने दो अन्य आइएएस अफसरों की पत्नियों से दोस्ती की। बताया जा रहा है कि यह अफसर अब मंत्रालय में पदस्थ हैं।