श्वेता जैन ने शुक्रवार को मीडिया के कैमरे के समाने कहा- फोटो खींचने से क्या होगा। हमारे लिए कुछ करिए। हमें बड़े लोगों के द्वारा फंसाया गया है। हम निर्दोष हैं। बता दें कि हनी ट्रैप गैंग के आरोपियों में श्वेता विजय जैन को सरगना बताया जा रहा है। श्वेता जैन ही हनी ट्रैप गैंग को संचालित कर रही थी।
वहीं, हनीट्रैप ( Honey Trap ) मामले में अब अफसर ही एक दूसरे के सामने आ गए हैं। हनीट्रैप में नाम उछलने के बाद स्पेशल डीजी पुरुषोत्तम शर्मा ने डीजीपी वीके सिंह के खिलाफ ही मोर्चा खोल दिया है। उन्होंने मुख्यमंत्री कमलनाथ ( Kamal Nath ) से भी मामले की शिकायत की है। हालांकि डीजीपी (DGP MP ) ने चुप्पी साध ली है। कहा जा रहा है कि डीजीपी ने एसटीएफ के एक बंगले के मामले में एक्शन लेकर पुरुषोत्तम शर्मा को हनीट्रैप मामले से जोड़ने की कोशिश की थी।
हनीट्रैप मामले में लगातार उछल रहे नामों के बीच में आईएएस और आईपीएस अफसर आमने-सामने आ गए हैं। दरअसल, आईएएस अफसरों का आरोप है कि आईपीएस अफसर जानबूझकर छवि बदनाम करने के लिए रोज नए आईएएस अफसरों के नाम उछाल रहे हैं। जबकि आईपीएस अफसरों के नाम हनीट्रैप में होने के बाद भी दबाए जा रहे हैं। पिछले दिनों वरिष्ठ आईएएस अफसरों ने मुख्यमंत्री से मुलाकात कर इसकी जानकारी भी दी थी।
मीडिया रिपोर्ट्स के अनुसार एसआईटी के हाथ कुछ ऐसे वीडियो लगे हैं, जिससे कुछ राजनीतिक दलों की मुश्किलें बढ़ सकती है। सूत्र बता रहे हैं कि रंगीन वीडियो में बीजेपी के दो सांसदों के चेहरे दिखे हैं। एक सांसद एमपी के हैं तो दूसरे पड़ोसी राज्य यूपी के हैं। इसके साथ ही दो पूर्व सांसद पहले ही इस गैंग के जाल में फंस चुके हैं। वहीं, पांच सुंदरियों के जाल में कई ऐसे सफेदपोश फंसे हैं जो सही से जांच हो तो जल्द ही बेनकाब हो सकते हैं।