प्रदेश संक्रमण कम जरूर हो गया है, लेकिन कोरोना अभी गया नहीं है। इस वायरस के डेल्टा प्लस वैरिएंट की चपेट में प्रदेश के सात लोग आ चुके हैं। इनमें से उज्जैन की 59 वर्षीय महिला और अशोकनगर के 40 वर्षीय पुरुष की मौत हो चुकी है। ये मई में पॉजिटिव पाए गए थे। डेल्टा प्लस वैरिएंट की पुष्टि बुधवार को हुई। तीन मरीज स्वस्थ हुए हैं। भोपाल की दो साल की बच्ची की टेसिंग नहीं हो पाई है।
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इन मरीजों के नमूने जीनोम सीक्वेंसिंग के लिए भेजे गए थे। सबसे पहले भोपाल की 65 वर्षीय महिला में इस वैरिएंट की पुष्टि हुई थी। इसके बाद रायसेन की 22 वर्षीय महिला और एक बच्ची भी पॉजिटिव मिली। उज्जैन की 59 और 52 वर्षीय महिलाएं और अशोकनगर का युवक पॉजिटिव मिला।
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वरिष्ठ स्वांस रोग विशेषज्ञ डॉ. पीएन अग्रवाल के अनुसार डेल्टा वैरिएंट यानी बी.1.617.2 स्ट्रेन के म्यूटेशन से डेल्टा प्लस वैरिएंट बना है। इस म्यूटेशने को के417एन कहा जा रहा है। कोरोना वायरस के पुराने वाले वैरिएंट के स्पाइक प्रोटीन में थोड़े बदलाव हुए हैं। इससे यह नया वैरिएंट सामने आया है। स्पाइक प्रोटीन की ही मदद से वायरस शरीर में प्रवेश कर संक्रमित करता है। नए वैरिएंट से बचने के लिए हमें लगातार वही सावधानियां बरतनी होंगी, जो अभी तक बरतते आ रहे हैं। सैनेटाइजर, मास्क, हाथ धोना और सोशल डिस्टेंसिंग का पालन करते रहना होगा।
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उज्जैन की जिस महिला मरीज की मौत हुई हैं, उसमें संक्रमण की पुष्टि 17 मई को हुई थी। मौत 23 मई को हुई। संक्रमित पति ने वैक्सीन लगवाई थी, जबकि महिला ने नहीं। अशोकनगर निवासी पुरुष 7 मई को गुना में भर्ती हुआ था। वहां से भोपाल रेफर किया गया। 13 मई को उसकी मौत हुई थी।