भोपाल के अलावा, प्रदेश के ग्वालियर, चंबल, बुंदेलखंड और बघेलखंड के इलाकों में भी भारी बारिश का दौर जारी है। नदी-नाले उफान पर हैं। साथ ही, नर्मदा, ताप्ती और शिप्रा के बाद अब चंबल नदी भी खतरे के निसान से ऊपर बह रही है। चंबल किनारे बसे गांवों में बाढ़ का खतरा है। राजगढ़ जिले के खिलचीपुर में 2 मंजिला मकान गिर गया। घटना सुबह 4 बजे घटी। मलबे में निर्दलीय पार्षद निशा की ननद सलीमन बी की दबने से मौत हो गई। वो पति से अलग होकर अकेले यहां रह रही थीं।
यह भी पढ़ें- चमत्कार : हनुमान भक्त के घर की दीवार पर अचानक उभर आई हनुमान जी की आकृति, दूर दूर से देखने आ रहे लोग
ओंकारेश्वर डैम के 6 गेट खुले
वहीं, खंडवा में स्थित ओंकारेश्वर डैम के 6 गेट भी शनिवार की सुबह 9.30 बजे खोले गए हैं। बैकवॉटर इलाके में लगातार बारिश के कारण जलस्तर में बढ़ोतरी हो रही है। नर्मदापुरम में भी तवा डैम के 5 गेट को 7 फीट खोलकर पानी छोड़ा जा रहा है। रात में 7 गेट खुले थे। सुबह 2 गेट बंद कर दिए गए। तवा डैम के गेट खुलने के बाद से इंदिरा सागर डैम का जलस्तर भी बढ़ने लगा है। इंदिरा सागर विद्युत परियोजना की टरबाइन से पानी की खपत होने से वॉटर लेवल मेंटेन है, लेकिन ओंकारेश्वर बांध में जुलाई के निर्धारित जलस्तर का कोटा पूरा हो चुका है, इसीलिए यहां के गेट खोलकर 1 हजार क्यूमेक्स पानी छोड़ा गया है।
यहां बुधवार से लगातार जारी है बारिश
इसके अलावा, शिवपुरी, दतिया, भिंड और श्योपुर में बुधवार-गुरुवार रात से बारिश का सिलसिला लगातार जारी है। कोटा बैराज से छोड़े गए 12 हजार क्यूसेक पानी और बारिश के असर से मुरैना में राजघाट पर चंबल का जलस्तर 4 मीटर तक बढ़ गया है। श्योपुर में पार्वती और अमराल नदी उफान पर है। श्योपुर से कोटा हाईवे बंद रहा।