scriptHarda Blast: रिहायशी इलाके में बनते रहे पटाखे, न लायसेंस था, न सुरक्षा उपाय, लापरवाही लील गईं जिंदगियां | Harda Factory Blast - Accident due to negligence of officials | Patrika News
भोपाल

Harda Blast: रिहायशी इलाके में बनते रहे पटाखे, न लायसेंस था, न सुरक्षा उपाय, लापरवाही लील गईं जिंदगियां

एमपी के हरदा में मंगलवार को भीषण ब्लास्ट में 12 लोगों की मौत हो गई जबकि 200 से ज्यादा लोग घायल हो गए। शहर के मगरधा रोड पर एक अवैध पटाखा फैक्ट्री में ये हादसा हुआ। इस भीषण हादसे ने एक बार फिर व्यवस्था की खामियों को उजागर कर दिया। जिम्मेदार अधिकारियों की अनदेखी और लापरवाही की सजा बेकसूरों को भारी पड़ी है।

भोपालFeb 06, 2024 / 08:37 pm

deepak deewan

hrd3.png

जिम्मेदार अधिकारियों की अनदेखी और लापरवाही की सजा बेकसूरों को भारी पड़ी है।

एमपी के हरदा में मंगलवार को भीषण ब्लास्ट में 12 लोगों की मौत हो गई जबकि 200 से ज्यादा लोग घायल हो गए। शहर के मगरधा रोड पर एक अवैध पटाखा फैक्ट्री में ये हादसा हुआ। इस भीषण हादसे ने एक बार फिर व्यवस्था की खामियों को उजागर कर दिया। जिम्मेदार अधिकारियों की अनदेखी और लापरवाही की सजा बेकसूरों को भारी पड़ी है।
हरदा की पटाखा फैक्ट्री में सुबह करीब 11.30 बजे पहला ब्लास्ट हुआ और इसके बाद लगातार धमाके होते रहे। ब्लास्ट होते ही पूरे इलाके में अफरातफरी मच गई। लोग जान बचाने के लिए भागने लगे। करीब 60 घरों में भीषण आग लग गई। फैक्ट्री में सुतली बम बनाने के लिए बड़ी मात्रा में बारूद रखा था। हादसे की भयावहता को देखते हुए सीएम मोहन यादव ने भोपाल में आपात बैठक बुलाई। मौके पर करीब सवा सौ एंबुलेंस भेजी गईं।
इस भीषण हादसे के बाद कई सवाल भी उठ खड़े हुए हैं। जिस फैक्ट्री में विस्फोट हुआ वह पूरी तरह अवैध है। यहां सैकड़ों टन बारूद रखा था, पटाखा कारखाना चलाने का न तो कोई लायसेंस था और न ही सुरक्षा के जरूरी उपाय। सबसे बुरी बात तो यह है कि इतना बड़ा पटाखा कारखाना रिहाइशी इलाके में चल रहा था।
यह भी पढ़ें: Harda accident – ऐसा भयावह हादसा कि रो उठे विधायक…लोगों से की ये अपील, Video

रिहायशी इलाके में पटाखा फैक्ट्री चलाने की अनुमति कैसे और किसने दे दी
सवाल ये है कि रिहायशी इलाके में पटाखा फैक्ट्री चलाने की अनुमति कैसे और किसने दे दी? यहां 15 टन बारूद कैसे आ गया! अधिकारियों को इसकी भनक क्यों नहीं लगी या उन्होंने कार्रवाई क्यों नहीं की? स्पष्ट है कि जिम्मेदारों ने अपना दायित्व नहीं निभाया। जिन्होंने रिहायशी इलाके में फैक्ट्री चलाने की इजाजत दी, वे अब अपनी जवाबदेही से बच रहे हैं।
पर्याप्त सुरक्षा इंतजाम नहीं
आपात स्थिति में प्रशासनिक अक्षमता भी सामने आई। इतनी भीषण आग लगने पर प्रशासन बचाव का पर्याप्त इंतजाम नहीं कर सका। ब्लास्ट और आग लगने से मौके पर अफरा-तफरी मच गई थी। इस भगदड़ से भी कुछ लोग घायल हुए हैं।
अवैध फैक्ट्री की प्रशासन को खबर क्यों नहीं
फैक्ट्री पूरी तरह से अवैध थी लेकिन प्रशासन को इसकी खबर तक नहीं थी। जिला मुख्यालय पर रिहायशी इलाके में एक अवैध पटाखा फैक्ट्री का कई सालों से चलते रहना अधिकारियों की कार्यप्रणाली पर संदेह पैदा करती है। फैक्ट्री के वैध या अवैध होने की जानकारी जिले के डीएम को नहीं थी। जब इस संबंध में उनसे सवाल किया गया तो उन्होंने चेक करके बताने की बात कही।
शहर के बीचों—बीच कई टन बारूद कैसे आया
पटाखा फैक्ट्री में करीब 15 टन बारूद रखा हुआ था। इतनी ज्यादा मात्रा में बारूद होने के कारण ही ऐसा भीषण ब्लास्ट हुआ। सवाल ये है कि इतना बारूद यहां कैसे आ गया? क्या यह नियमों के मुताबिक रखा गया था?
सुरक्षा मानकों को किया नजरअंदाज
फैक्ट्री के पास लाइसेंस नहीं था, यानि यह बिना लाइसेंस के ही चल रही थी। सुरक्षा मानकों को पूरी तरह नजरअंदाज किया गया। आग बुझाने के यहां कोई इंतजाम नहीं थे।
अधिकारियों की लापरवाही सबसे बड़ी वजह
फैक्ट्री में आग से देशभर में हड़कंप मचा हुआ है। सवाल ये भी उठ रहा है कि बीच शहर में पटाखा कारखाने को चलाने की इजाजत किसने दी। यह कारखाना ब्लेक लिस्टेड हो चुका है, इसके बाद भी दोबारा कैसे चालू हो गया?
नहीं सीखा सबक
इसी पटाखा फैक्ट्री में पहले भी धमाके हो चुके हैं, तीन लोगों की जान भी जा चुकी है। इसके बाद भी कारखाने को बंद क्यों नहीं किया गया।

मध्यप्रदेश विधानसभा में नेता प्रतिपक्ष उमंग सिंगार (umang singhar) ने भी इस लापरवाही पर राज्य सरकार को कठघरे में खड़ा किया है। सरकार पर अनदेखी का आरोप लगाते हुए उन्होंने कहा कि राज्य सरकार ने पेटलावद कांड के बाद सबक नहीं लिया। जिस फैक्ट्री में यह हादसा हुआ वो ब्लैक लिस्टेड थी। सरकार को इसका जवाब देना चाहिए कि उसे किस मंत्री के दबाव में खोला गया था? रहवासी क्षेत्र में कैसे संचालित हो रही थी और पुलिस-प्रशासन को क्या इसकी जानकारी नहीं थी।

Hindi News / Bhopal / Harda Blast: रिहायशी इलाके में बनते रहे पटाखे, न लायसेंस था, न सुरक्षा उपाय, लापरवाही लील गईं जिंदगियां

ट्रेंडिंग वीडियो