वहीं, जब मामला फंसने लगा तो आरोपी के परिजनों ने पुलिस पर ही मनगढ़ंत आरोप लगा दिए। परिजनों ने कहा कि एसआई ने महिलाओं के साथ मारपीट की है। जबकि वहां ऐसा कुछ भी देखने को नहीं मिला। वहीं, स्टॉफ कम होने की वजह से पुलिस चुपचाप हंगामा देखती रही।
घटना की जानकारी जैसे ही थाने के टीआई मदन मोहन मालवीय को मिली, वो पुलिसकर्मियों के लेकर तुरंत थाने पहुंच गए। इसके बाद हंगामा कर रहे लोगों को वहां से खदेड़ा। साथ ही महिलाओं को भी थाने से बाहर किया।
ग्वालियर रेंज के आईजी राजा बाबू सिंह ने इस घटना को पहले तो छोटा बताया। फिर उन्होंने कहा कि पुलिस से जो भी अभ्रदता करेगा, उसे छोड़ेंगे नहीं। उन्होंने कहा कि जो भी कानून को हाथ में लेगा और पुलिस से बदसलूकी करने वालों की ऐसी-तैसी कर दूंगा।
दरअसल, गुना में ही पदस्थ एक पुलिस कर्मी की बेटी का एक विशेष समुदाय का युवा अपहरण करके ले गया था। कैंट पुलिस थाने नेबीते रोज आरोपी युवक से पीड़ित लड़की को बरामद कर लिया। थाने में लड़की ने आरोपी युवक के खिलाफ गवाही देते हुए आपबीती सुनाई। युवक इमरान पर पहले से ही अपहरण का मामला दर्ज है।