गांधी सागर डैम की क्षमता से अधिक पानी भरने के कारण 25 हजार लोग प्रभावित हो गए हैं। कैबिनेट सेक्रेटरी राजीव गौबा ने भी बाढ़ की स्थिति जानी है। मध्यप्रदेश के मुख्य सचिव एसआर मोहंती ने उन्हें बताया कि शनिवार रात तक 16 लाख क्यूसेक पानी की आवक बढ़ गई है। जबकि बांध के गेट खेलने के कारण 6 लाख क्यूसेक पानी निकलने की स्थिति है। इससे राजस्थान में खतरा बना हुआ है।
गांधी सागर बांध का लेवल 1312 फीट है। भारी बारिश के कारण बांध का जलस्तर 1318 पहुंच गया है। ज्यादा पानी आने के कारण बांध की रेलिंग टूट गई है। पानी बैक वाटर क्षेत्र में डूब रहा है। जल संसाधन विभाग पानी का लेवल मेंटेन नहीं कर पा रहा है। बांध के बिजली घर में ापनी भर गया है। पांच मशीनें डूब गई हैं।
मंदसौर और नीमच में चंबल की बाढ़ ने सबसे ज्यादा तबाही मचाई है। मंदसौर के 26 गांव खाली करा लिए गए हैं। वहीं, नीमच में भी 16 लोगों को सुरक्षित निकाला गया है। नीमच के 76 गांवों में बाढ़ है। दिल्ली से कोटा होते हुए मुबंई जाने वाले मार्ग को बहाल किया गया। लेकिन रविवार को भारी बारिश के कारण 6 ट्रेनों के रूट डायवर्ट किए गए।
मध्यप्रदेश में भारी बारिश के कारण अब तक 202 लोगों की मौत हो चुकी है, जबकि 15 लाख हेक्टेयर की फसल खराब हो गई है। बताया जा रहा है कि बारिश मंदसौर में 75 साल का रिकॉर्ड तोड़ चुकी है। अब तक 20 हजार लोगों को 55 राहत कैंपों में पहुंचाया जा चुका है।
मंदसौर से बीजेपी के विधायक यशपाल सिंह सिसोदिया ने कहा है कि स्थिति बेकाबू है। यशपाल सिंह सिसोदिया ने कहा है कि यहां प्रलय है। हजारों लोगों का सब कुछ बर्बाद हो गया है। सरकारी मदद लोगों को तक नहीं पहुंच पा रही है। जिनका सबकुछ बर्बाद हो गया है, वो अब रात कहां बिताएंगे। सीएम से हमने संपर्क करने की कोशिश की है लेकिन बात नहीं हो पाई।
एमएल त्रिवेदी, प्रभारी एवं एसडीओ जल संसाधन गांधीसागर बांध क्षेत्र ने बताया- 1312 मीटर का लेवल है, फिलहाल पानी 1318 मीटर तक भर गया। बांध के 19 गेट सभी खोल दिए गए है, 13 लाख क्यूसेक पानी आ रहा है। बांध से फिलहाल 5 लाख क्यूसैक पानी छोड़ रहे हैं। 3 घंटे पहले तक 16 लाख क्यूसैक पानी आ रहा था, आवक में कमी आई। बांध के पॉवर हाउस और स्टीम पाल पर आंशिक नुकसान हुआ है। बांध में पानी की आवक को देखते हुए कैचमेंट के सभी 50 गांव को अलर्ट कर दिया है, गांधीसागर बांध तक आवाजाही एहतियात के तौर पर बंद की गई है।