गूंजी भजनों की स्वरलहरियां केसरिया ध्वज पताकाओं के तले निकली गजरथ यात्रा में श्रद्धालुओं का उत्साह देखने ही बनता था। महिलाएं दिव्य घोष के माध्यम से भगवान जिनेन्द्र की भक्ति कर रही थी चिन्मय दिव्य घोष के युवा कार्यकर्ता जयकारों से सम्पूर्ण शोभायात्रा का मार्ग गुंजायमान कर रहे थे। केसरिया…. केसरिया… आज हमारो रंग भयो केसरिया…. प्रभु रथ में हुये सवार, नगाड़ा बाज रहा, आया रे आया देखो प्रभुजी का रथ आया आदि भजनों पर श्रद्धालु प्रभु की भक्ति में लीन थे। अयोध्या नगर बनी आयोजन स्थल की 7 परिक्रमाएं लगाई गई। इसके बाद भगवान जिनेन्द्र का अभिषेक और विशेष शांतिधारा की गई।
इस मौके पर आयोजित प्रवचन में मुनि सुप्रभ सागर महाराज ने कहा कि जीवन को ऐसा बनाओ कि स्वयं से पहले पर के कल्याण का सोचें। परिणामों को सहज, सरल और निर्मल बनाओ तो आज यह पाषाण से भगवान बनने का अनुष्ठान देखना सार्थक है। प्रवक्ता अंशुल ने बताया कि आयोजन समिति के अध्यक्ष राजेश भारिल्ल, मुख्य संयोजक राकेश जैन अनुपम एवं अन्य पदाधिकारियों ने सभी का बहुमान किया। इस अवसर पर मुख्य रूप से विधायक भगवानदास सबनानी, राजेश भारिल्ल, मनोज बांगा, प्रमोद हिमांशु, राकैश जैन अनुपम, डॉ. बीसी. जैन, प्रवेन्द्र सिंघई, राजीव जैन राज सहित अनेक लोग मौजूद थे।