वेंडर ने दी थी जानकारी
रेलवे के एक वेंडर ने घटना के एक दिन पहले ही ब्रिज के एक हिस्से के डैमज होने की जानकारी रेलवे प्रशासन को दी थी। उसके बाद भी प्रशासन ने इस पूरे मामले में कोई भी कार्रवाई नहीं की।
जानकारी के लिए घायलों को हमीदिया अस्पताल भेजा गया है। हालांकि डीआरएम ने अभी तक मौत की पुष्टि नहीं की है। डीआरएम के अनुसार, हादसे में करीब 9 लोगों घायल हुआ है। बताया जा रहा है कि हादसे के बाद भगदड़ मच गई।
जानकारी के अनुसार, लोहे की प्लेट गिरने के कारण हादसा हुआ है। इस ब्रिज में करीब 10 से 12 सीमेंट की प्लेट थीं। प्लेटफार्म नंबर दो से दिल्ली के लिए ट्रेनें जाती हैं। हादसे के बाद फिलहाल ट्रेनों का संचालन रोक दिया गया है। मलवा गिरने के कारण कई यात्री फंसे हुए हैं। उनका रेस्क्यू किया जा रहा है। प्रत्यक्षदर्शियों के अनुसार, हादसा अचानक हुआ है। कुछ लोग ऊपर से नीचे गिरे हैं। वहीं, कई लोग नीचे बैठे थे और ट्रेन का इंतजार कर रहे थे।
घटना के लेकर मौके पर पहुंचे रेलवे अधिकारी जांच कर रहे हैं। अधिकारी प्रथमदृष्टया अभी कुछ भी कहने से इनकार कर रहें हैं। बता दें कि भोपाल रेलवे स्टेशन पर पिछल कई महीनों से ब्रिज पर शेड निर्माण और वैकल्पिक ब्रिज निर्माण का कार्य किया जा रहा है। प्रत्यक्षदर्शियों का कहना है कि गुरुवार की सुबह करीब 9 बजे ब्रिज का शेड गिर गया था। घटना में यात्री महिला को चोटें लगी है। मौके पर मौजूद पुलिस जवान भीड़ को समझाइश दे रही है। वहीं भीड़ भी उग्र होती दिख रही। घटना के बाद ट्रेन के इंतजार में खड़े यात्रियों ने घायल को आटो और एंबुलेंस से अस्पताल पहुंचाया।
मध्यप्रदेश सरकार के जनसंपर्क मंत्री पीसी शर्मा ने कहा- कलेक्टर को घायलों के उपचार के लिए निर्देश दिए गए हैं। उन्होंने कहा कि हम रेलवे को लेटर लिखेंगे कि घायलों को मुआवजा दिया जाए और ये भी कहा कि हम खस्ताहाल पुलों के लिए केन्द्रीय मंत्री को लेटर लिखेंगे।