बजट की घोषणा होने के बाद ज्योतिरादित्य सिंधिया ने ट्वीट कर कहा- मेरे अनुरोध पर केंद्र सरकार द्वारा बजट में ग्वालियर-मुरैना के पेयजल के लिए 250 करोड़, चंदेरी के पर्यटन और बुनकरों के विकास के लिए 75 करोड, व उज्जैन के बाबा महाकालेश्वर मंदिर क्षेत्र के विकास के लिए 75 करोड़ की राशि स्वीकृत करने पर केंद्रीय वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण जी व फाइनेंस कमिशन अध्यक्ष एनके सिंह जी का समूचे मध्य प्रदेश वासियों की ओर से हृदय से धन्यवाद।
क्या थी सिंधिया की मांग
ज्योतिरादित्य सिंधिया ने 8 अगस्त 2020 को वित्त आयोग के अध्यक्ष एनके सिंह को लेटर लिखा था। लेटर में उन्होंने चंबल नदी से ग्वालियर और मुरैना में पानी लाने के लिए प्रोजेक्ट, चंदेरी के बुनकरों का विकास। ग्वालियर-शिवपुरी-चंदेरी क्ष्रेत्र के पर्यटन में विकास और बाबा महाकालेश्वर मंदिर का अनुरक्षण के लिए बजट में फंड आवंटित करने का अनुरोध किया था। सिंधिया ने कहा था कि मुझे आशा है कि 1 फरवरी के बजट में, ग्वालियर चम्बल संभाग, उज्जैन, शिवपुरी,मुरैना व ओरछा के लिए इनकी स्वीकृति की सकारात्मक खबर आएगी।
ज्योतिरादित्य सिंधिया ने एनके सिंह से मुलाकात के बाद ये चिट्ठी 8 अगस्त 2020 को ही लिखी थी। बजट से पहले उन्होंने इसे अपने सोशल मीडिया में शेयर किया था। ऐसे में इसके सियासी मायने भी निकाले जा रहे थे कि आखिर ज्योतिरादित्य सिंधिया ने बजट से पहले इस चिट्ठी को सार्वजनिक क्यों किया। क्या उन्होंने सरकार पर दबाव बनाने की कोशिश की है?