बिजनेस विंग ने फ्रेंड्स ऑफ एमपी बिजनेस नेटवर्किंग एंड मेंटॉरशिप प्रोग्राम की शुरुआत की है। इसमें सात बिन्दुओं पर जानकारी मांगी गई है। मप्र के उद्यमियों से मिली जानकारी के आधार पर बिजनेस का वर्गीकरण किया जाएगा और संबंधित एक्सपर्ट या उस बिजनेस से संबंध रखने वाले यूके के व्यवसायियों तक इन्हें पहुंचाने का काम बिजनेस विंग करेगी।
बिजनेस विंग के कॉर्डिनेटर अखिलेश दुबे ने बताया कि इस ऑनलाइन फॉर्म में उद्यमियों से उत्पाद के साथ ही उन्हें किस तरह की सहायता चाहिए, इसकी जानकारी भी मांगी है। मप्र के 30 से अधिक उद्यमियों ने फॉर्म भरे हैं, जिनकी स्क्रूटनी की जा रही है। इनमें आइटी, रेस्तरां संचालन के क्षेत्र में काम कर रहे उद्यमियों की संख्या अधिक है।
मप्र के उद्यमियों को ऐसे मिलेगी मदद
यूके में रहने वाले अप्रवासी भारतीयों ने देश की जड़ों से नाता बनाए रखा है। फ्रेंड्स ऑफ एमपी में वे लोग शामिल हैं, जो मप्र के निवासी हैं। इनमें बिजनेसमैन, आइटी प्रोफेशल्स, रेस्तरां संचालक समेत यूके की राजनीति में अहम स्थान रखने वाले लोग हैं। फ्रेंड्स ऑफ एमपी की बिजनेस विंग ने मप्र के उद्यमियों को मदद करने और बिजनेस के विस्तार में जरूरी सहायता मुहैया करने की शुरुआत की है। इसके जरिए तकनीकी, नेटवर्किंग, प्रोडक्ट को और बेहतर बनाने के साथ ही इसके लिए विदेशों में बाजार मुहैया कराने में मदद की जाएगी। उद्यमी की निवेश की जरूरत को भी पूरा करने की कोशिश होगी।
मप्र पर्यटन विकास निगम से एमओयू
मप्र के पर्यटन क्षेत्रों की पहुंच यूके तक पहुंचाने और विदेशी पर्यटकों को अधिक से अधिक मप्र लाने के उद्देश्य से मप्र पर्यटन विकास निगम ने फ्रेंड्स ऑफ एमपी के साथ एमओयू साइन किया है। इसका उद्देश्य मप्र के पर्यटन उद्योग को और अधिक रफ्तार पहुंचाना है।
फेंड्स ऑफ एमपी की ओर से रोहित दीक्षित तो मप्र टूरिज्म बोर्ड की ओर से एमडी शिवशेखर शुक्ला ने एमओयू पर साइन किए हैं।
इधर, दो मई को लंदन में फ्रेंड्स ऑफ एमपी ने यूके बिजनेस नेटवर्किंग रिसेप्शन का आयेाजन किया जाएगा, जिसमें मप्र के एसीएस मोहम्मद सुलेमान बतौर मुख्य अतिथि शामिल होंगे। इसमें मप्र में निवेश की संभावनाओं के साथ ही अन्य मुुद्दों पर बात होगी।