चुनाव आयोग ने वोटर लिस्ट में हुई गड़बड़ी की सूची सभी जिलों से मांगी थी। जब प्रदेश के 51 जिलों के कलेक्टरों ने इसे मुख्य निर्वाचन पदाधिकारी (सीईओ) तक पहुंचाई तो इतने बड़े आंकड़े देख सभी हैरान रह गए। कलेक्टरों द्वारा भेजी गई सूची में पता बदलवाने वाले, पते पर नहीं पाए जाने वाले और मृतक शामिल है। इन सबकी कुल संख्या 7 लाख बताई गई है।
कलेक्टरों द्वारा भेजी गई सूची में मध्यप्रदेश में सागर का नाम सबसे ऊपर है। इसमें 60424 वोटरों के अते-पते ही नही है, इनमें से तो 25 हजार 114 तो मृतक ही हैं।
इसमें चौंकाने वाली जानकारी यह है कि सबसे ज्यादा वोटर लिस्ट में गड़बड़ी सागर जिले में पाई गई है, जहां वोटर लिस्ट में 60424 नाम ऐसे मिले हैं, जिनका अता-पता नहीं है, जिनमें 25 हजार 114 नाम तो मृतकों के हैं।
देश के कई राज्यों में वोटर लिस्ट में काफी गड़बड़ियां है। लेकिन मध्यप्रदेश गड़बड़ियां पकड़ने और उसे सुधारने वाला पहला राज्य बन गया है। क्योंकि इसी साल मध्यप्रदेश में विधानसभा चुनाव होना है और उसमें बोगस वोटिंग की आशंका खत्म हो जाएगी।
मध्यप्रदेश की मुख्य निर्वाचन पदाधिकारी सलीना सिंह का कहना है कि मध्यप्रदेश में हुई वोटर लिस्ट की समीक्षा में जो मृतक और पते पर नहीं रहने वाले लोगों के नाम हटा दिए गए हैं।
-इधर वोटर लिस्ट में गड़बड़ी के बाद आरोपों पर सीएम शिवराज सिंह का कहना है कि कुछ लोगों को चुनाव आयोग की स्वायत्तता पर आरोप लगाने की आदत हो गई है। वे लोग भूल जाते हैं कि जब वे भी जीते थे वहां भी आयोग ने ही चुनाव कराए थे।
इंदौर आएंगे मुख्य चुनाव आयुक्त
भारत निर्वाचन आयोग के मुख्य चुनाव आयुक्त ओपी रावत आज सोमवार को इंदौर पहुंचने वाले हैं। वे सुबह 11 बजे मान्यता प्राप्त राजनीतिक दलों के प्रतिनिधियों से वोटर लिस्ट के बारे में चर्चा करेंगे। बैठक में मुख्य निर्वाचन पदाधिकारी सलीना सिंह, जिला निर्वाचन अधिकारी आदि भी शामिल होंगे।