शुक्रवार को भोपाल का अधिकतम तापमान 34.5 डिग्री सेल्सियश और न्यूनतम तापमान 18.4 डिग्री सेल्सियश दर्ज किया गया। इस साल दिवाली की रात में सर्दी काफी कम रही। पिछले साल दिवाली 12 नवंबर को थी और दिवाली की रात राजधानी का न्यूनतम तापमान 16 डिग्री सेल्सियश रिकार्ड किया गया था।
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दिसंबर में दस्तक देगी कंपकंपानेवाली ठंडप्रदेश के अधिकांश जिलों में मौसम का कुछ ऐसा ही हाल है। राज्य में ज्यादातर जगहों पर न्यूनतम तापमान 20 डिग्री से कम पर तो पहुंच गया है लेकिन यह सामान्य से ज्यादा ही है। मौसम विज्ञानी इसे अलनीनो और डाइपोल का प्रभाव बता रहे हैं। इनके असर से नवंबर का पूरा ही कुछ गर्म बना रहेगा।
मौसम विभाग के वैज्ञानिक और निदेशक डॉ. वेद प्रकाश ने बताया कि प्रशांत पर अलनीनो और हिंद महासागर पर डाइपोल तटस्थ है। लॉ नीना का असर नवंबर के अंत और दिसंबर में रहेगा। डॉ. वेद प्रकाश के मुताबिक नवंबर में पारा सामान्य से अधिक बना रहेगा, प्रदेश में इस बार कंपकंपानेवाली सर्दी की शुरुआत दिसंबर से हो सकती है।
प्रदेश में फिलहाल मौसम शुष्क होने से दिन में बेहद तीखी धूप निकल रही है। रात का तापमान सामान्य बना हुआ है। नवंबर के शुरुआती दिनों में आनेवाली सर्दी इस बार माह के अंत तक आएगी। इस प्रकार कड़कड़ाती ठंड का दौर दिसंबर से ही शुरु होगा।
नवंबर के पहले दिन प्रदेश का हिल स्टेशन पचमढ़ी सबसे सर्द रहा। यहां रात का तापमान 12.6 डिग्री पर पहुंच गया। प्रदेश के दो दर्जन से ज्यादा शहरों में पारा 20 डिग्री सेल्सियश से नीचे रहा।
मौसम विशेषज्ञों के मुताबिक प्रदेश में नवंबर के दूसरे सप्ताह से सर्दी बढ़ना शुरु होगा। तब उत्तरी हवाओं के प्रभाव से तापमान में कमी आने लगेगी। खासतौर पर रात का तापमान तेजी से गिरेगा। हवाओं के असर से रात में पारे में गिरावट आएगी लेकिन दिन में पारा 30 डिग्री के आसपास ही बना रहेगा।