भोपाल। मध्यप्रदेश के ट्रांसपोर्ट कमिश्नर शैलेंद्र श्रीवास्तव का प्रमोशन हो गया है, उन्हें मध्यप्रदेश सरकार ने डीजी बना दिया है। 1986 बैच के आईपीएस आफिसर शैलेंद्र श्रीवास्तव अब स्पेशल डीजी और पुलिस हाउसिंग बोर्ड के चेयरमैन होंगे। 57 वर्षीय श्रीवास्तव 31 जुलाई को रिटायर हो रहे स्पेशल डीजी सरबजीत सिंह के खाली हो रहे पद को संभालेंगे। इस संबंध में आदेश भी जारी हो चुके हैं।
साइबर क्राइम में एक्सपर्ट माने जाने वाले शैलेंद्र श्रीवास्तव अपने करियर में कई महत्वपूर्ण पदों पर रहे। विज्ञान के छात्र रहे श्रीवास्तव ने सूचना प्रौद्योगिकी में भी महारथ हासिल कर ली थी। इनकी इसी विशेष योग्यता के चलते उन्हें 2001-02 में आईटी से जुड़े विशेष मामलों की जांच का जिम्मा सौंपा था। यह आईटी के क्षेत्र में प्रदेश में नया विषय था।
रतलाम में हुई थी पहली पोस्टिंग
वर्तमान में ट्रांसपोर्ट कमिश्नर शैलेंद्र श्रीवास्तव भोपाल और इंदौर के आईजी रहने के अलावा डायरेक्टर स्पोर्ट्स के अलावा ADG SAF भी रह चुके हैं। इससे पहले वे सागर और अविभाजित राज्य के राजनांदगांव और बिलासपुर में एसपी रह चुके हैं। श्रीवास्तव की पहली पदस्थापना वर्ष 1987 में रतलाम जिले में बतौर अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक (ASP) हुई। इसके बाद वे उज्जैन के सीएसपी बने। मालवांचल में उनके बेहतर कार्यों को देखते हुए वर्ष 1990 में उन्हें नीमच का एसडीओपी बनाया गया। नवंबर 1996 में उन्हें अविभाजित मप्र के बिलासपुर जिले में बतौर एसपी (कानून एवं व्यवस्था) की कमान सौंपी गई थी।
इनकी खास बात
उत्तरप्रदेश के महोबा में इनका जन्म हुआ था। इन्होंने लाइफ साइंस में पीएचडी, एमएससी, एमसीए में शिक्षा प्राप्त की। श्रीवास्तव की खास बात यह है कि वे इतनी व्यस्तता और बड़े ओहदे पर होने के बावजूद सोशल मीडिया से लोगों से लगातार संवाद और संपर्क कायम रखते हैं।
Hindi News / Bhopal / IPS शैलेंद्र श्रीवास्तव बने मध्यप्रदेश के DG, साइबर क्राइम के बड़े मामले कर चुके हैं उजागर