पार्टी ने साफ कहा है कि अनुच्छेद 370 से जुड़े अंतरराष्ट्रीय और संयुक्त राष्ट्र संघ से जुड़े मसलों पर तो राज्यों के प्रवक्ताओं-पैनलिस्टों को कतई नहीं बोलना है। दिल्ली स्थित भाजपा मुख्यालय से वीडियो कांफ्रेंस में राष्ट्रीय महासचिव अरूण सिंह, मीडिया प्रभारी अनिल बलूनी और सोशल मीडिया समन्वयक अमित मालवीय शामिल हुए। भोपाल प्रदेश में मुख्यालय में सभी प्रवक्ता-पैनलिस्ट और मीडिया प्रभारी मौजूद थे।
जम्मू कश्मीर केंद्र सरकार के निर्णय के बाद देश के कई स्थानों पर भाजपा के नेताओं द्वारा बिना तथ्य के अपनी बात कहने और विवादित टिप्पणी करने की शिकायत केंद्रीय संगठन के पास पहुंची थी। इसके बाद ही पार्टी ने निर्णय लिया कि इस विषय पर सभी को आगाह किया जाए। महासचिव अरूण सिंह ने वीसी में कहा कि प्रवक्ता टीवी डिबेट मेंं जाने से पहले इस विषय के सभी तथ्यों को पूरी तरह से पढ़ें और अपने साथ कागज लेकर जाएं।
अरूण सिंह बोले, इस मुद्दे पर टाइमपास काम न करें
केंद्रीय संगठन ने अनुच्छेद 370 के निर्णय पर बड़े नेताओं के माध्यम से जिलों में प्रेस कांफ्रेंस करने के निर्देश भी दिए। उन्होंने कहा कि ये प्रेस कांफ्रेंस एक ही दिन न करवा दी जाएं। पूरे प्रदेश में पांच-छह दिनों में अलग-अलग करवाई जाए। अरूण सिंह ने कहा कि प्रेस कांफ्रेंस हमें टाइम पास करने के लिए नहीं करना है। विषय को जनता तक पहुंचाने के लिए करना है, इसलिए मामले में गंभीरता बरती जाए।
केंद्रीय संगठन ने अनुच्छेद 370 के निर्णय पर बड़े नेताओं के माध्यम से जिलों में प्रेस कांफ्रेंस करने के निर्देश भी दिए। उन्होंने कहा कि ये प्रेस कांफ्रेंस एक ही दिन न करवा दी जाएं। पूरे प्रदेश में पांच-छह दिनों में अलग-अलग करवाई जाए। अरूण सिंह ने कहा कि प्रेस कांफ्रेंस हमें टाइम पास करने के लिए नहीं करना है। विषय को जनता तक पहुंचाने के लिए करना है, इसलिए मामले में गंभीरता बरती जाए।