क्या आप जानते हैं इसी तरह हमारा शरीर भी आपकी तबियत को लेकर ही नहीं आपके भाग्य व भविष्य सहित आपके राजयोग तक का संकेत देता है। जानकारों के अनुसार ऐसा बहुत कम लोग ही जानते हैं, वहीं जो जानते हैं उनमें से भी बहुत कम ही इन इशारों को भांप positive and negative signs on your body पाते हैं। इस संबंध में जानकारी न होने के चलते हम कई बार गलत दिशा में चल देते हैं।
पंडित सुनील शर्मा का कहना है कि समुद्रशास्त्र के अनुसार व्यक्ति की हथेली में कुछ खास तरह के निशान और चिन्ह
rajyog on your body mark बनते हैं जो हर व्यक्ति के भविष्य में होने वाली अच्छी और खराब बातों का संकेत देते हैं। हस्तरेखा शास्त्र में इन संकेतों से भविष्य के बारे में कुछ जाना जा सकता है।
पंडित शर्मा के अनुसार यदि व्यक्ति को ये मालूम हो जाए कि मेरे हाथ में प्रशासनिक जॉब ही बेहतर है ओर मेरा शरीर भी इसी ओर इशारा करता है। तो वह ऐसी ही नौकरी की ओर ध्यान देगा चाहे मुश्किल में ही सही, लेकिन जब ये नौकरी या कार्य उसे मिलेगा तो वो इसमें तेजी से तरक्की ले सकेगा।
व्यक्ति के स्वभाव को समझने के लिए ज्योतिषीय विद्याओं के अलावा सामुद्रिक शास्त्र से भी व्यक्ति के हाव-भाव, शारीरिक बनावट और शारीरिक चिह्नों Rajyog mark on your body का आंकलन कर, यह पता लगाया जा सकता है कि व्यक्ति का भविष्य और उसका वर्तमान कैसा है। इसके अलावा व्यक्ति के स्वभाव और उसके चरित्र का भी ठीक-ठीक आंकलन किया जा सकता है।
सामुद्रिक शास्त्र के द्वारा ना सिर्फ व्यक्ति के भविष्य की सच्चाई पता लगती है बल्कि उसके शरीर पर मौजूद चिह्नों से ये तक पता चल जाता है कि व्यक्ति की किस्मत में राजयोग है या नहीं…
ऐसे समझें अपनी खासियत…
:- सामुद्रिक शास्त्र के अनुसार जिस व्यक्ति के पैर के तलवे में अंकुश, कुंडल या चक्र का निशान दिखाई देता है वह एक अच्छा शासक बनकर राष्ट्र का प्रतिनिधित्व करता है।
:- वहीं ऐसा व्यक्ति जिसके हाथों या पैरों में हस्ती, छत्र, मछली, तालाब, अंकुश या वीणा जैसे दिखने वाले निशान हो। वो व्यक्ति उत्तम पुरुष और सभी मनुष्यों में श्रेष्ठ होता है।
:- इसके अलावा जिस व्यक्ति की हथेली के बीचो-बीच शक्ति, तोमर, बाण, रथ, चक्र या ध्वजा का निशान दिखता है, उसे शासन करने का एक बड़ा अवसर मिलता है- जिसका वह लाभ भी उठाता है।
:- ऐसा व्यक्ति जिसके पैर में पहिए या चक्र के अलावा कमल, आसन का निशान होता है उसे भूमि-भवन जैसी सुख सुविधाएं आजीवन प्राप्त होती हैं। उसके घर में लक्ष्मी का सदा वास रहता है।
जानकारों के अनुसार हथेली पर मुख्यरूप से जीवन रेखा, ह्रदय रेखा, विवाह रेखा और भाग्य रेखा होती है। इनमें भाग्य रेखा का स्थान महत्वपूर्ण होता है। भाग्य रेखा व्यक्ति के भाग्य के बारे में जानकारी देती है।
हथेली पर भाग्यशाली होने के संकेत(ये है मान्यता)…
1 – जब हथेली पर भाग्य रेखा मणिबंध से शुरू होकर सीधे शनि पर्वत पर मिलती है, तो ऐसा व्यक्ति भाग्यशाली होता है। ऐसा व्यक्ति जीवन के हर एक क्षेत्र में सफलता प्राप्त करता है।
:- इसके अलावा जिस किसी की हथेली में भाग्य रेखा चंद्रमा के क्षेत्र से प्रारम्भ होता है उसका हर काम सफल होता है और जीवन में बहुत मान-सम्मान प्राप्त होता है। :- वहीं अगर भाग्य रेखा जीवन रेखा से प्रारंभ हो तो उस व्यक्ति के जीवन में धन संबंधी कभी भी परेशानियां नहीं आती।
:- जिस किसी व्यक्ति की हथेली में एक के बजाय दो भाग्य रेखाएं हो तो वह व्यक्ति बहुत भाग्यशाली होता है, उसे जीवन में सारी ऐशो-आराम की सुविधाएं मिलती है। वह जिस क्षेत्र में जाता है, वहां से ढ़ेर सारी धन- सम्पदा बनता है।
ये हैं हाथ में राजयोग मिलने के संकेत Rajyog Marks…
1- जिस किसी की हथेली के बीच में घड़ा, पेड़, घोड़ा या रथ का निशान बना हो वह व्यक्ति राजयोग के सुख को प्राप्त करता है।
2- इसके अलावा जिस किसी व्यक्ति का माथा चौड़ा और विशाल होता है साथ ही बाहें लंबी होती है, वह व्यक्ति राजसुख का आनन्द लेता है। 3- वह व्यक्ति जिसकी हथेली पर धनुष, कमल का फूल या आसन का निशान बना होता है, उसे राजयोग का सुख मिलता है। ऐसा व्यक्ति कोई बड़ा प्रशासक बनता है।
4- जिस किसी की हथेली के मणिबंध से रेखा सीधे शनि पर्वत पर जाकर मध्यमा उंगली पर मिलती हो, वह व्यक्ति राजसुख प्राप्त करता है। उसके जीवन में कभी भी धन और वैभव की कमी नहीं रहती।
5- जब किसी की हथेली पर सूर्य रेखा मस्तक रेखा से मिली हो और मस्तक रेखा स्पष्ट होकर गुरु पर्वत की ओर झुकने से चतुष्कोण का निर्माण करती है, वह मुख्यमंत्री या राज्यपाल होता सकता है।
6- जिस किसी की हथेली पर गुरु और सूर्य पर्वत में उभार हो या फिर शनि और बुध रेखा बिल्कुल स्पष्ट और सीध में हो वह व्यक्ति राजयोग का सुख प्राप्त करता है। 7- जिसकी हथेली पर हृदय रेखा और मस्तक रेखा के बीच एक चौड़ा चतुष्कोण बना हो, वह व्यक्ति न्यायधीश के पद को प्राप्त कर सकता है।
ये भी हैं राजयोग के चिह्न…
– हस्तरेखा विज्ञान में हथेली के शुभ चिन्हों और रेखाओं को राजयोग का-सूचक माना जाता है। जैसे शनि पर्वत पर त्रिशूल का निशान। अगर इनके साथ हथेली में भाग्य रेखा को चन्द्र पर्वत से आती रेखा छू रही हो तब इसका प्रभाव और बढ जाता है व्यक्ति बड़ा अधिकारी बनता है। ऐसे व्यक्तियों को सरकारी क्षेत्र में बहुत मान-सम्मान प्राप्त होता है।
– हथेली में हल और खड्ग यानी तलवार का निशान बहुत ही शुभ और राजयोग के समान फल देने वाला माना गया है। जिनकी हथेली में ऐसे चिन्ह होते हैं वह धन संपन्न माने जाते हैं।
– हथेली में मंगल पर्वत ऊंचा हो साथ में मस्तिष्क रेखा सिरे पर दो भागों में बंटा हुआ हो और सबसे कनिष्ठा उंगली लंबी हो तो यह संकेत है कि व्यक्ति राजयोग लेकर पैदा हुआ है और सरकारी क्षेत्र में उच्च पद और लाभ प्राप्त कर सकता है।
– अपनी हथेली में अनामिका उंगली के पास से चलती हुई रेखा को देखिए, अगर यह रेखा मस्तिष्क रेखा से मिली हुई है और मस्तिष्क रेखा सिरे से झुककर गुरु पर्वत पर आ रही है तो यह समझ लीजिए कि राजा की तरह सुख प्राप्त कर सकता है। ऐसे व्यक्ति राजनीति में सफल हो सकते हैं।
– अगर हथेली में गुरु और सूर्य पर्वत ऊंचा है साथ ही भाग्य रेखा और बुध रेखा स्पष्ट और सीधी है तो यह राजयोग का संकेत है। ऐसी स्थिति में आप सरकारी क्षेत्र में उच्च पद प्राप्त कर सकते हैं।
– हथेली में मछली का निशान होना भी राजयोग कारक माना गया है। – छाता और मंदिर का चिन्ह होना भी शुभ फलदायी होता है। — हथेली या पांव के तलवों पर शंख, चक्र, गदा, खड्ग, अंकुश, धनुष, बान आदि के चिह्न होना राजयोग की संभावना देता है।