अपने बयान में दिग्विजय सिंह ने कहा कि, जिस तरह सरकार ने हरियाणा में दंगे कराए, वैसे ही भाजपा मध्य प्रदेश में भी दंगे कराना चाहती है। जिस तरह सरकार ने अल्पसंख्यक समुदाय पर अन्याय, अत्याचार किया, वैसा मैंने अपने जीवन में नहीं देखा। उन्होंने आगे ये भी कहा कि, मुझे जानकारी मिली है कि, यहां भी दंगे कराने की योजना बनाई जा रही है। जैसे हरियाणा के नूह में इन लोगों ने दंगा करवाए थे, वैसे दंगे यहां भी कराने की योजना है, क्योंकि भारतीय जनता पार्टी समझती है आज हमारे खिलाफ बहुत ज्यादा नाराजगी है।
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दिग्विजय के बयान पर भड़की सरकार
दिग्विजय सिंह के बयान पर पलटवार करते हुए कैबिनेट मंत्री विश्वास सारंग ने कहा कि, ऐसी बातों को पैदा करना दिग्विजय सिंह का इतिहास रहा है। खुद षड्यंत्र करना और उसके पहले माहौल बनाना वो शुरू से करते आए हैं। दंगे करवाना, धर्म को धर्म से लड़ाना, जाति को जाति से लड़ाना ये कांग्रेस की रीति-नीति का हिस्सा है। मंत्री सारंग ने दिग्विजय सिंह को दंगा फसाद करवाने वाले प्रकोष्ठ का संयोजक बताते हुए कहा कि, डर्टी ट्रिक्स पॉलिटिक्स अपनाना, डर्टी ट्रिक्स डिपार्टमेंट को डेवलप करना, चुनाव के वक़्त अफवाहें फैलाना, ये सब दिग्विजय सिंह के आदर्श हैं। लेकिन, दिग्विजय सिंह याद रखें कि, मध्य प्रदेश शांति का टापू है और किसी को भी शांति भंग करने की अनुमति नहीं मिलेगी।
मोहन यादव बोले- बीजेपी के शासन में एक दंगा नहीं हुआ
वहीं, दिग्विजय सिंह के आरोप पर पलटवार करते हुए मध्य प्रदेश सरकार के उच्च शिक्षा मंत्री मोहन यादव ने कहा कि, मध्य प्रदेश में बीजेपी के शासनकाल में एक भी दंगा नहीं हुआ। प्रदेश में सभी दंगे कांग्रेस के ही शासन में हुए हैं। उन्होंने कहा कि, जो वो खुद करवाते आए हैं, वही अब बोल रहे हैं।
दिग्विजय-कमलनाथ सठिया गए हैं- कमल पटेल
साथ ही दिग्विजय के बयान पर पलटवार करते हुए कृषि मंत्री कमल पटेल ने कहा कि, दिग्विजय सिंह और कमलनाथ सठिया गए हैं, यही कारण है कि, अब वो इस तरह के बयान देकर लोगों का रुझान अपनी ओर आकर्षित करने से भी नहीं चूक रहे हैं।