इसके पूर्व कमलनाथ ने कहा कि कोरोना महामारी को लेकर देश का नेतृत्व बिल्कुल गंभीर नहीं है। जब वे मुख्यमंत्री थे तो देश में लॉकडाउन लगने से पहले ही उन्होंने कोरोनावायरस संकट को लेकर जनवरी में ही आगाह किया था। लेकिन उस समय के विपक्ष के नेता कोरोना को गंभीरता से लेने के बजाय इसे कमलनाथ का ‘डरो नाÓ कह रहे थे। कोरोना पर पुस्तक लिखकर और इसके राजनीतिक और व्यापारिक संदर्भों का भी उल्लेख करके रघु ठाकुर ने बहुत उल्लेखनीय कार्य किया है।
इस मौके पर पुस्तक के लेखक रघु ठाकुर ने कहा कि कमलनाथ और दिग्विजय सिंह कांग्रेस पार्टी के राम और लक्ष्मण हैं। कांग्रेस के नेताओं ने हमेशा से असहमति को स्थान दिया है। कमलनाथ ने सबसे बड़ा काम यह किया था कि लॉकडाउन शुरू होने से पहले ही मध्य प्रदेश के लोगों को 6 महीने का अग्रिम राशन दे दिया था। यह उनकी प्रशासनिक कुशलता का शानदार उदाहरण है। कार्यक्रम को विजय दत्त श्रीधर, वरिष्ठ पत्रकार गिरजा शंकर ने भी संबोधित किया। इस अवसर पर विधायक पीसी शर्मा सहित अन्य गणमान्य व्यक्ति उपस्थित थे।