बरखेड़ी परियोजना में 176 आंगनवाड़ी हैं। हर आंगनवाड़ा को महीने में चार पैकेट बच्चों के लिए दिए जाते हैं। यहां मिले साढ़े तीन क्विंटल दूध के पैकेट में ढाई क्विंटल दूध के पैकेट अगस्त 2018 और एक क्विंटल दूध के पैकेट नवंबर 2019 एक्सपायर हो चुके। सवाल ये उठता है कि ये दूध के पैकेट बच्चों को न देकर कालाबाजारी के लिए तो यहां नहीं रखवाए थे। जो बाद में रखे-रखे एक्सपायर हो गए।
बाकी 9 परियोजना की भी जांच जरूरी
मामले का खुलासा होने के बाद जिले की बाकी 9 परियोजना में आने वाले पोषण आहार की जांच अब जरूरी हो गई है। पहले भी पोषण आहार में गड़बड़ी की शिकायतें मिलती रही हैं। जिले में 1872 आंगनवाड़ी संचालित हो रही हैं जिनमें हर माह पोषण के नाम पर करोड़ों का राशन सप्लाई किया जाता है।
दूध गोदाम तक कैसे आया इसकी जानकारी के लिए ट्रांसपोर्टर, सांची दुग्ध संघ को नोटिस जारी किया है। स्कूल शिक्षा विभाग को भी नोटिस जारी कर पूछा है।
ब्रजेश त्रिपाठी, जिला कार्यक्रम अधिकारी, महिला बाल विकास