जीका वायरस का खतरा, एडवाइजरी जारी
केन्द्र सरकार की ओर से जारी की गई एडवाइजरी के बाद भोपाल समेत प्रदेश के सरकारी अस्पतालों को जरूरी व्यवस्थाएं करने को कहा गया है। साथ ही बाहर से आने वाले संदिग्ध लोगों और गर्भवती महिलाओं में खतरे को देखते हुए स्क्रीनिंग करने के आदेश दिए गए हैं। सीएमएचओ डॉ. प्रभाकर तिवारी के अनुसार आमजन को घबराने की जरूरत नहीं है। यह सभी कार्य बीमारी से बचाव के लिए जरूरी हैं। एडवाइजरी में पानी जमा ना होने दें, स्क्रीनिंग बढ़ाएं, बाहर से आने वाले संदिग्ध मरीजों की जांच करने व रिहायशी इलाकों को मच्छर मुक्त करने के सुझाव दिए गए हैं। यह भी पढ़ें
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ऐसे फैलता है संक्रमण
मच्छर के काटने के अलावा वायरस गर्भवती से उसके बच्चे में फैलता है। साथ ही संक्रमित व्यक्ति के साथ शारीरिक संबंध बनाने से, संक्रमित इंसान के ब्लड ट्रांसफ्यूजन और ऑर्गन ट्रांसप्लांट होने पर भी इसका खतरा रहता है।2016 में आया था पहला मामला
जीका वायरस का साल 2016 में गुजरात से पहला मामला सामने आया था। इसके बाद मध्यप्रदेश, उत्तरप्रदेश, दिल्ली, कर्नाटक, केरल, महाराष्ट्र, राजस्थान, तमिलनाडु समेत अन्य राज्यों से भी मामले सामने आ चुके हैं। यह भी पढ़ें