बताया जा रहा है कि लोकसभा के लिए अधिकांश उम्मीदवार प्रादेशिक नेताओं की आम सहमति से चुन लिए गए हैं। सीईसी की बैठक में इन नामों पर मुहर लगने के बाद सूची भी जारी किए जाने की उम्मीद है। कहा जा रहा है कि सर्वे और सर्वसम्मति के बाद ही कांग्रेस के लोकसभा उम्मीदवारों पर अंतिम निर्णय होगा।
इससे पहले यह खबर भी आई थी कि भोपाल संसदीय क्षेत्र से लोक सभा चुनाव उम्मीदवार तय करने में कांग्रेस भी राहुल गांधी की न्याय यात्रा समाप्त होने का इंतजार कर रही है। अभी भोपाल जिला कांग्रेस से जुड़े पदाधिकारियों व कार्यकर्ताओं को यात्रा से जुड़े क्षेत्र में जिम्मेदारी दी है, जिससे वे वहीं पर व्यवस्थाओं में है।
भोपाल संसदीय सीट कांग्रेस के लिए बड़ी चुनौती– गौरतलब है कि भोपाल संसदीय सीट कांग्रेस के लिए बड़ी चुनौती है। यहां की छह विधानसभा में से दो पर ही कांग्रेस के विधायक हैं। पिछले लोकसभा चुनाव में भोपाल से दिग्विजयसिंह जैसे दिग्गज नेता बुरी तरह हार चुके हैं। यही कारण है कि कांग्रेस ने न केवल सर्वे के आधार पर उम्मीदवारों के नाम निकाले बल्कि परिस्थितियों को देखकर भी प्रत्याशी तय करने की रणनीति बनाई है।
आधिकारिक जानकारी के अनुसार दिल्ली में 7 मार्च को केंद्रीय चुनाव समिति की बैठक में एमपी की सभी 29 लोकसभा सीटों के लिए कांग्रेसी उम्मीदवारों के नामों पर मुहर लगा दी जाएगी। सभी के नाम एक ही लिस्ट में घोषित किए जाएंगे। सीईसी की इस बैठक में एमपी के ओमकार सिंह मरकाम भी सदस्य के रूप में उपस्थित रहेंगे।