मध्यप्रदेश की 230 सीटों में से भाजपा की 163 सीटों पर हुई जीत और कांग्रेस की 66 सीटों पर मिली जीत के बाद से ही कांग्रेस खेमे में निराशा का माहौल है। पार्टी के भीतर ही भीतर कमलनाथ से प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष का पद छोड़ने का दबाव है। वहीं मंगलवार को भोपाल में बैठक भी चल रही है। इसी बैठक के बाद कमलनाथ दिल्ली जाने वाले हैं। सूत्रों के मुताबिक दिल्ली में कमलनाथ कांग्रेस के राष्ट्रीय अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खड़गे (mallikarjun kharge) से मिलने वाले हैं। यह भी माना जा रहा है कि कमलनाथ से प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष पद से इस्तीफा देने को कहा जा सकता है।
सूत्रों के अनुसार कांग्रेस नेतृत्व सीट बंटवारे के दौरान इंडिया गठबंधन के कुछ नेताओं के खिलाफ टिप्पणी करने से भी खफा है। बल्कि पार्टी नेताओं से मुलाकात नहीं करने और सोमवार को सीएम शिवराज सिंह से मुलाकात से भी नाराजगी है।
भाजपा बोली- अक्षम प्रदेश अध्यक्ष हैं कमलनाथ
इधर, कांग्रेस में चल रही हलचल पर भाजपा ने भी मजे लेना शुरू कर दिए। भाजपा नेता डा. हितेश बाजपेयी (dr hitesh bajpai) ने ट्वीट के जरिए कहा है कि कांग्रेस के समर्पित कार्यकर्ताओं के अनुरोध पर आज मैं उनकी करारी हार होने पर आदरणीय कमलनाथजी से अक्षम प्रदेश अध्यक्ष होने के नाते त्यागपत्र की मांग करता हूं। बाजपेयी ने आगे लिखा है कि अब कमलनाथजी को केवल युवा नेताओं को मार्गदर्शन देना चाहिए। कमलनाथजी को राजनीति के अपने अंतिम समय में सम्मान के साथ विदाई लेना चाहिए। अन्यथा बेहद दुखत स्थिति में पार्टी और उनको याद किया जाएगा।