एमपी के छतरपुर में दो दिन पहले मुस्लिमों के एक गुट ने महाराष्ट्र में किए गए एक ट्वीट को धर्म विरोधी बताते हुए प्रदर्शन किया। थाने पर पथराव भी कर दिया जिससे आधा दर्जन पुलिसकर्मी घायल हो गए। इसके बाद सीएम मोहन यादव ने सख्त रुख दिखाते हुए जुलूस का नेतृत्व कर रहे कांग्रेस नेता शहजाद अली का बंगला धराशायी करवा दिया।
शहजाद अली का छतरपुर में खासा रुतबा था। उसने अपने रसूख के बल पर बिना किसी अनुमति के 20 हजार वर्गफीट में विशाल बंगला बनवा लिया था। पुलिस पर पथराव की घटना से गुस्सा प्रशासन ने पूरा बंगला ढहा दिया। इसकी कीमत करीब 20 करोड़ रुपए आंकी गई। करोड़ों के बंगले के साथ वहां खड़ी फार्च्यूनर-सफारी जैसी तीन लग्जरी कारों को भी कुचल दिया गया।
छतरपुर की इस घटना पर अब देशभर की राजनीति गर्मा गई है। एमपी सहित देशभर के कांग्रेस नेताओं के बयान आने शुरु हो गए हैं। महाराष्ट्र से कांग्रेस के राज्यसभा सांसद इमरान प्रतापगढ़ी ने छतरपुर मामले को बीजेपी सरकार की मुसलमानों के खिलाफ़ नफ़रत का एक और उदाहरण बताया है। उन्होंने अपने एक्स हेंडल पर ट्वीट करते हुए कहा कि मैं जल्द ही इस मुद्दे पर सुप्रीम कोर्ट का दरवाज़ा खटखटाऊँगा।
इमरान प्रतापगढ़ी का ट्वीट
क्या ये न्याय है ? छतरपुर मध्य प्रदेश में प्रशासन ने हाजी शहज़ाद का सिर्फ घर नहीं तोड़ा बल्कि घर में खड़ी गाड़ियॉं भी बुलडोज़ कर दीं…. प्रतापगढ़ी का एक और ट्वीट
भाजपा सरकार की मुसलमानों के खिलाफ़ नफ़रत का एक और उदाहरण देखिये, मध्य प्रदेश के छतरपुर में मुख्यमंत्री
@CMMadhyaPradesh के इशारे पर हाजी शहज़ाद के घर को ज़मींदोज़ कर दिया… जल्द ही इस मुद्दे पर सुप्रीम कोर्ट का दरवाज़ा खटखटाऊँगा।