पड़ोसी के घर जाकर देखी टीवी
राकेश बताते हैं कि शुरुआती दिनों में घर पर टीवी नहीं थी, इसलिए पड़ोस में रहने वाले दोस्त के घर जाकर टीवी देखा करते थे। जिस दिन दूरदर्शन पर पहली बार फिल्म का प्रसारण होना था, उस दिन सभी दोस्तों ने अपनी-अपनी कॉपी पर डेट और फिल्म का नाम लिखा था।
राकेश बताते हैं कि शुरुआती दिनों में घर पर टीवी नहीं थी, इसलिए पड़ोस में रहने वाले दोस्त के घर जाकर टीवी देखा करते थे। जिस दिन दूरदर्शन पर पहली बार फिल्म का प्रसारण होना था, उस दिन सभी दोस्तों ने अपनी-अपनी कॉपी पर डेट और फिल्म का नाम लिखा था।
सभी दोस्त यह आदत ज्यादा समय तक नहीं अपना पाए और धीरे-धीरे उन लोगों ने नोट करना बंद कर दिया। लेकिन मैंने अपने इस शौक को जारी रखा। उनके पास दिल्ली दूरदर्शन पर प्रसारित हो चुकी सभी फिल्मों के रिकॉर्ड उपलब्ध हैं।
पहले डायरी अब कम्प्यूटर
राकेश बताते हैं कि लगभग 80 पेज के डाटा में पिछले 36 साल से प्रसारित हुई फिल्मों के नाम व तस्वीरें मौजूद हैं। शुरु में फिल्मों के नाम और तारीख डायरी में लिखा करता था, लेकिन जब से कम्प्यूटर खरीद लिया, तब से सारा डाटा कम्प्यूटर पर डाल दिया। इसमें मेरी बेटी याशिका और देव ने मेरा साथ दिया।
राकेश बताते हैं कि लगभग 80 पेज के डाटा में पिछले 36 साल से प्रसारित हुई फिल्मों के नाम व तस्वीरें मौजूद हैं। शुरु में फिल्मों के नाम और तारीख डायरी में लिखा करता था, लेकिन जब से कम्प्यूटर खरीद लिया, तब से सारा डाटा कम्प्यूटर पर डाल दिया। इसमें मेरी बेटी याशिका और देव ने मेरा साथ दिया।
परिवार का मिला सहयोग
राकेश वर्मा कहते हैं कि जब उन्हें किसी कार्य के लिए शहर से बाहर जाना पड़ता है तो उनकी पत्नी कृष्णा वर्मा डाटा अपडेट करती हैं। जब उनके पिता का देहांत हुआ था तब उनके दोस्तों ने दूरदर्शन पर प्रसारित होने वाला डाटा तैयार करके उन्हें दिया।
राकेश वर्मा कहते हैं कि जब उन्हें किसी कार्य के लिए शहर से बाहर जाना पड़ता है तो उनकी पत्नी कृष्णा वर्मा डाटा अपडेट करती हैं। जब उनके पिता का देहांत हुआ था तब उनके दोस्तों ने दूरदर्शन पर प्रसारित होने वाला डाटा तैयार करके उन्हें दिया।
संग्रह में खास
राकेश दावा करते हैं कि दिसंबर 1982 से अभी तक प्रसारित हुई फिल्मों में से एक भी नाम लिस्ट में से गायब नहीं है। इसके साथ ही मैंने अपने कलेक्शन में उन फिल्मों के बार में भी जानकारी दी है, जो एक से ज्यादा बार प्रसारित हो चुकी हैं। संग्रह में भोपाल दूरदर्शन की शुरुआत 20 अक्टूबर 1992 की जानकारी भी शामिल है।
इसके अलावा डीडी-1 द्वारा एक फिल्म को तीन भागों में दिखाने के सिलसिले में पहली फिल्म जो 5, 6 और 7 जुलाई 2004 को दिखाई गई, सहित अन्य जानकारियों का संग्रह भी है। वे बताते हैं कि उनके संग्रह में 15 सितंबर 1959 में राजेंद्र प्रसाद द्वारा दूरदर्शन की नींव रखने, 1976 में दूरदर्शन के पहले महानिदेशक, 1985 में दूरदर्शन के दूसरे चैनल डीडी-2 के लॉन्च होने, 16 सितंबर 2004 को डीटीएच सर्विस, 15 अगस्त 2006 को उर्दू चैनल का उद्घाटन आदि जानकारियां भी समाहित हैं।
इसके अलावा दूरदर्शन का पहला पारिवारिक धारावाहिक हम लोग, पहला धार्मिक सीरियल रामायण, डीडी 2 पर पहला धार्मिक सीरियल महाभारत आदि जानकारियां मौजूद हैं।