माना जा रहा है कि जिला अध्यक्षों की घोषणा दो चरणों में की जाएगी। पहली सूची में 40 से 45 नाम हो सकते हैं। संगठन कोशिश में है कि ज्यादातर नए चेहरों को मौका दिया जाए, लेकिन कई जिलों में कार्यकर्ता मौजूदा अध्यक्ष को रिपीट करने की मांग कर रहे है। इनमें भोपाल, उमरिया, बैतूल जैसे जिले शामिल है। पैनल में भी मौजूदा अध्यक्ष का नाम पहला ही है। करीब 7 महिलाओं को भी अध्यक्ष बनाने की तैयारी है। नाम लगभग तय हो चुके हैं।
सीएम ने किया था 35% आरक्षण का ऐलान
बता दें कि मध्य प्रदेश की बीजेपी सरकार में पहली बार महिलाओं की भागीदारी बढ़ाने की तैयारियां जोरों पर हैं। जानकारी यह भी है कि बीजेपी अध्यक्ष की सूची में करीब एक दर्जन महिलाओं के नाम शामिल हैं। बता दें कि सीएम मोहन यादव ने आधी आबादो को लेकर कुछ महीने पहले ही बड़ा फैसला लिया था। इसके मुताबिक महिला आरक्षण को 33% के बजाय 35 आरक्षण कर दिया गया। जिसके बाद अब बीजेपी की सियासत में अब इसका पालन होता नजर आ रहा है। बताया जा रहा है कि आधी आबादी का नेतृत्व बढ़ाने के लिए दिल्ली से भी निर्देश आए हैं।
महिला नेतृत्व को लेकर सियासी जंग
इधर बीजेपी में महिला नेतृत्व को लेकर कांग्रेस और बीजेपी के बीच जुबानी जंग भी छिड़ गई है। महिला नेतृत्व को लेकर कांग्रेस ने बीजेपी पर कई आरोप लगाए। तो मामले में बीजेपी प्रदेश प्रवक्ता दुर्गेश केसवानी का कहना है कि इसके बाद महिला शक्ति को जिलों में अहम जिम्मेदारी मिल जाएगी। केंद्र की नरेंद्र मोदी सरकार तो राज्य में डॉ. मोहन सरकार महिला उत्थान के लिए लगातार कदम आगे बढ़ा रही है। राजनीतिक क्षेत्र से लेकर व्यावसायिक और सरकारी नौकरी में भी आरक्षण के आधार पर नारी सशक्तिकरण के लिए अहम निर्णय लिए गए हैं।
कांग्रेस का आरोप भाजपा ने महिलाओं को ठगने का किया काम
महिला नेतृत्व को लेकर कांग्रेस के प्रदेश प्रवक्ता रवि सक्सेना का कहना है कि बीजेपी ने महिलाओं को ठगने का काम किया है। लाडली बहना योजना के तीन हजार रुपए बीजेपी सरकार ने ही खाए। महिलाओं का 30% जो आरक्षण है अगर उसको किंचित मात्र में भी 10% भी हिस्सेदारी दे तो यह महिलाओं पर बड़ा एहसान होगा।
ऐसे नहीं होगा नारी सशक्तिकरण
उन्होंने कहा कि सबसे बड़ी बात यह है कि महिलाओं के साथ दुराचार, दुष्कर्म, सामूहिक बलात्कार जैसे संगीन अपराध लगातार सामने आ रहे हैं। ऐसे अपराधों पर सरकार पहले अंकुश लगाए। असुरक्षित महिलाओं की राजनीतिक हिस्सेदारी देने से नारी सशक्तिकरण नहीं होगा। बाद में उन्होंने यह भी कहा कि बीजेपी महिलाओं को लेकर देर से आए दुरुस्त आए वाली कहावत पर आगे बढ़ रही है।
सत्ता और संगठन के बीच बनी सहमति
बता दें कि शुक्रवार को सीएम हाउस में अहम बैठक हुई। इसमें सीएम डॉ. मोहन यादव के साथ पर्यवेक्षक सरोज पांडे, राष्ट्रीय सह संगठन महामंत्री शिव प्रकाश, प्रभारी डॉ. महेंद्र सिंह, प्रदेश अध्यक्ष वीडी शर्मा, संगठन महामंत्री हितानंद शर्मा मौजूद रहे। चर्चा के के बाद सूची को दिल्ली भेज दिया गया।
दावेदार में शामिल निकला फरार आरोपी
सुसनेर. ग्राम मोड़ी निवासी पूर्व जनपद पंचायत अध्यक्षा सीमा रातडिय़ा के पति गोवर्धन को कुरुक्षेत्र पुलिस ने गिरफ्तार किया है। रातडिय़ा प्रतिबंधित चूरा पोस्त (डोड चूरा) तस्करी के आरोप में 14 वर्ष से फरार था। उसने जिला अध्यक्ष के लिए दावेदारी की थी।