ये भी पढ़ें: 20 साल पहले जिस ट्रेन से गीता पहुंची थी पाकिस्तान, उसी से आ रही भोपाल, देगी 8वीं का एग्जाम मलय कॉलेज को सूटेबल बताने के लिए इंस्पेक्टर राज घूस ले रहा था। टीम ने
भोपाल से ही जुगलकिशोर शर्मा, रतलाम से ओमगिरी गोस्वामी और इंदौर से रविराज भदौरिया, प्रीति तिलकवार, वेदप्रकाश शर्मा, तनवीर खान समेत 13 लोगों को गिरफ्तार किया है। सीबीआइ दिल्ली की टीम ने इंस्पेक्टर राहुल राज के भोपाल में प्रोफेसर कॉलोनी स्थित निवास पर तलाशी ली। यहां से 7.88 लाख रुपए नकद मिले। साथ ही 100-100 ग्राम के दो सोने के बिस्किट मिले हैं।
भदौरिया के यहां से 84.65 लाख की जब्ती
सूत्रों की माने तो आरोपी रविराज भदौरिया के यहां से 84.65 लाख की जब्ती हुई। अन्य आरोपी प्रीति तिलकवार के यहां से 1 लाख रुपए और डायरी बरामद हुई है।
29 तक पुलिस रिमांड पर सभी आरोपी
सीबीआइ इंस्पेक्टर, मलय कॉलेज के चेयरमैन-प्रिंसिपल और दलाल सचिन को सीबीआइ की विशेष कोर्ट ने 29 मई तक पुलिस रिमांड में भेज दिया है। एनएसयूआइ ने की शिकायत
कार्रवाई के बाद एनएसयूआइ ने दावा किया कि मेडिकल विंग के प्रदेश समन्वयक रवि परमार ने 15 अप्रेल को सीबीआइ कार्यालय में शिकायत की थी। कहा था हाईकोर्ट के आदेश पर जांच कर जिन कॉलेजों को सीबीआइ ने सुटेबल बताया, वह गलत है। भोपाल के एपीएस नर्सिंग एकेडमी, मेहको नर्सिंग कॉलेज, अरविंदो नर्सिंग कॉलेज और मलय नर्सिंग कॉलेज सुटेबल नहीं हैं। ये नियम के खिलाफ चल रहे हैं। परमार ने उक्त कॉलेजों की फिर से जांच करने और गलत रिपोर्ट देने वाले सीबीआइ अफसरों पर कार्रवाई करने की मांग की। इसके बाद दिल्ली सीबीआइ की भ्रष्टाचार निरोधी शाखा हरकत में आई।