ऐसे समझें आमजन पर असर
शासन के नए नियम(MP News) से छोटी कॉलोनी, मोहल्ले की सडक़ व स्थिति का असर नहीं होगा। ये नियम बायपास रोड और नई तय व शहर से बाहर की सडक़ों पर ही लागू हो पाएगा। शहर के भीतर की सडक़ें 30 मीटर की चौड़ाई में है।ऐसे बदले नियम
-60 मीटर व इससे अधिक चौड़ी रोड पर 4000 वर्गमीटर के भूखंड पर अभी तीन एफएआर है, इसे पांच किया है।-75 मीटर व इससे अधिक चौड़ी रोड़ पर 4500 वर्गमीटर के भूखंड पर अभी तीन एफएआर है, इसे पांच किया है।
-75 मीटर व इससे अधिक चौड़ी रोड पर 4500 वर्गमीटर के भूखंड पर अभी तीन एफएआर है, इसे सात किया गया है।
उंचाई वाले भवनों को ऐसे समझे
-दिल्ली के विशेष व्यापारिक क्षेत्रों (जैसे कनॉट प्लेस) और ट्रांजिट ओरिएंटेड डेवलपमेंट कॉरिडोर में 7 एफएआर की अनुमति दी गई है।-मुंबई में क्लस्टर डेवलपमेंट और रीडेवलपमेंट प्रोजेक्ट्स (जैसे स्लम रीडेवलपमेंट और सेसा जोन) में 7 एफएआर है।
-बेंगलुरु में विशिष्ट आईटी कॉरिडोर और विशेष आर्थिक क्षेत्रों में उच्च एफएआर लागू होता है।
-हैदराबाद में विशेष रूप से हाई-टेक सिटी और फाइनेंशियल डिस्ट्रिक्ट में सात एफएआर है।
-गुड़गांव (गुरुग्राम) एनसीआर क्षेत्र में विशेष आर्थिक क्षेत्र और मिश्रित भूमि उपयोग परियोजनाओं में।
-नोएडा और ग्रेटर नोएडा में मेट्रो और ट्रांसपोर्ट हब के आसपास उच्च एफएआर दिया गया है।
-पुणे में आईटी हब और रियल एस्टेट के बड़े क्लस्टर में पांच से सात एफएआर है।
विदेशों में यहां सात एफएआर
-न्यूयॉर्क सिटी के मैनहट्टन जैसे घने इलाकों में 7 एफएआर या उससे अधिक की अनुमति दी जाती है।-सिंगापुर में मरीना बे और सेंट्रल बिजनेस डिस्ट्रिक्ट जैसे इलाकों में अत्यधिक एफएआर की अनुमति है।
-हांगकांग में घने आवासीय और व्यावसायिक क्षेत्रों में एफएआर 10 से भी अधिक होता है, लेकिन औसत सेप्शल ज़ोन में 7 एफएआर आम है।
-दुबई में बिजनेस बे, डाउनटाउन दुबई, और पाम जुमेराह जैसे इलाकों में उच्च एफएआर मिलता है।
-टोक्यो (जापान) के अत्यधिक घने शहरी इलाकों और मेट्रो स्टेशन के आसपास।