इसमें प्लान में तय सडक़ों का निर्माण संबंधित क्षेत्र के रहवासियों, जमीन मालिकों से राशि लेकर ही कराया जाए। इसके लिए प्लान में अलग से चैप्टर तय करने की कवायद है। नगरीय आवास एवं विकास मंत्री जयवद्र्धनसिंह ने दिसंबर में ड्राफ्ट जारी करने के लिए कह रखा है। प्रमुख सचिव संजय दुबे के अनुसार जैसा शासन ने निर्देशित किया है, उसके अनुसार ही ड्राफ्ट जारी करेंगे।
साढ़े छह लाख मकानों की लेयर
मास्टर प्लान में साढ़े छह लाख मकानों की लेयर बनाई है। डिजिटल नक् शे में ये नजर आएंगे। हर घर को इसमें शामिल किया है। मैपकॉस्ट, मैनिट, मैपआईटी और अहमदाबाद की सेप्ट यूनिवर्सिटी के एक्सपट्र्स की इसमें मदद ली गई है।
अरेरा समेत मास्टर प्लान रोड निर्माण अब जमीन मालिकों की मदद से
अभी मास्टर प्लान रोड भले ही जमीन अधिग्रहण न होने की वजह से अटकी हो, लेकिन नया प्लान लागू होने के बाद निर्माण एजेंसियां रहवासियों व जमीन मालिकों को आमंत्रित करेगी कि वे अपने क्षेत्र में तय सडक़ बनाने खुद आगे आए और निर्माण एजेंसी को इसके लिए प्रस्ताव दें। सडक़ निर्माण से क्षेत्र का विकास थीम रखकर ही सडक़ें बनाई जाएगी। इससे रहवासियों को जो लाभ होगा, उसे बताएंगे। मिक्सलैंड यूज से लोगों को उनके ही क्षेत्र में दुकान, कार्यालय व घर की स्थिति बनाने के साथ ही शहर में उपनगरों की संख्या बढ़ाने के प्रावधान होंगे।