बताया जा रहा है कि वर्तमान मध्यप्रदेश के चार मंत्रियों के वीडियो भी इनके पास है। इस वीडियो के जरिए ये महिलाएं उन्हें ब्लैकमेल करती थीं। इसके साथ ही वीडियो के आधार पर ही यह हनीट्रैप गिरोह मंत्रियों से अपना काम निकलवाती थी। यही नहीं उनसे ट्रांसफर-पोस्टिंग से लेकर ठेकेदार तक का काम लेती थी। लेकिन अभी तक कोई सामने नहीं आया है। गिरोह की एक सदस्य बीजेपी तो एक कांग्रेस से जुड़ी रही है। ऐसे में इस मामले में सत्ता और विपक्ष के लोग शामिल हैं।
कहा यह भी जा रहा है कि इनके पास कई अधिकारियों के वीडियो हैं। उसमें ज्यादातार सीनियर आईएएस अधिकारी हैं। इन अधिकारियों के सीडी इन महिलाओं के पास मौजूद था। पिछले दिनों इस गिरोह ने एक सीनियर आईएएस अधिकारी का एक वीडियो भी सोशल मीडिया पर वायरल कर दिया था। अभी भी यह बात सामने आ रही है कि इनके पास मंत्रालय में तैनात कई वरिष्ठ अधिकारियों के वीडियो हैं। बताया जाता है कि इन महिलाओं की एंट्री पर भी मंत्रालय में पाबंदी लगा दी गई थी।
दरअसल, इस मामले के खुलासे के बाद मध्यप्रदेश सरकार में हड़कंप मच गया है। क्योंकि अभी तक इस गिरोह के चंगुल में सिर्फ अधिकारी और बिजनेसमैन फंस रहे थे। लेकिन जैसे ही यह बात सामने आई कि चार मंत्रियों के वीडियो इन हसीनाओं ने बना लिए हैं। उसके बाद सरकार एक्टिव हुई। बताया जा रहा है कि इस मामले की हाईलेवल मॉनिटिरिंग चल रही है।
वहीं, इस बड़े रैकेट के खुलासे पर मध्यप्रदेश का पुलिस महकमा भी खामोश है। बताया जा रहा है कि इंदौर से गिरफ्तारी एक लड़की के पास से आईपीएस अधिकारी का भी वीडियो मिला है। उसके बाद यह भी बात सामने आई है कि और कई अधिकारियों के वीडियो इनके पास हैं। छोटी-छोटी बातों पर सफाई देने वाले पुलिस के आला अधिकारी इस मामले पर पूरी तरह से खामोश हैं। ये लोग बिल्कुल चुप है।