ग्रुप कैप्टन वरुण सिंह डिफेंस सर्विसेज स्टॉफ कॉलेज वेलिंगटन के डायरेक्टिंग स्टाफ, हेलीकाप्टर हादसे के एकमात्र जीवित अफसर है। उनका मिलिट्री अस्पताल वेलिंगटन में उपचार चल रहा है। जनरल रावत को डीएसएससी में लेक्चर के लिए जाना था। ग्रुप कैप्टन सिंह उन्हें रिसीव करके साथ ले जा रहे थे।
गणतंत्र दिवस पर मिला था शौर्य चक्र
ग्रुप कैप्टन सिंह को गणतंत्र दिवस पर पिछले साल आपातकालीन स्थिति में अपने एलसीए तेजस विमान को बचाने के लिए शौर्य चक्र प्रदान किया गया था। वे यूपी के देवरिया जिले की रुद्रपुर तहसील के खोरमा कन्हौली गांव के निवासी और कांग्रेस नेता अखिलेश प्रताप सिंह के भतीजे हैं।
मिला शौर्य चक्र…
12 अक्टूबर 2020 को वरुण तेजस के फ्लाइट कंट्रोल सिस्टम और लाइफ सपोर्ट एनवायरमेंट कंट्रोल सिस्टम में किए गए सुधारों को परख रहे थे। इसी दौरान ज्यादा ऊंचाई पर कॉकपिट का प्रेशर फैल हो गया। लाइट कंट्रोल सिस्टम भी पूरी तरह फैल हो चुका था और विमान तेजी से नीचे गिरने लगा, लेकिन उन्होंने घबराने की बजाय विमान को संभाला खुद बचने की बजाय विमान को सफलतापूर्वक नीचे उतार लाए।
सोहागपुर में सन्नाटा
जिले के सोहागपुर स्थित गढ़ी में सीडीएस विपिन रावत की ससुराल में सन्नाटा पसरा है। पति-पत्नी के निधन की खबर से मोहल्ले वाले गमगीन है। अभी भले ही यहां कोई नहीं रहता हो। लेकिन उन्हें जानने वालों की आंखें नम हैं। पत्नी मधुलिका रावत यही पली-बढ़ी थीं, वे दिवंगत मृगेंद्र सिंह को पुत्री थी, मृगेंद्र सिंह रीवा राज घराने से ताल्लुक रखते थे।
विपिन रावत की मधुलिका से शादी 1985 में हुई थी, उनकी दो बेटी है, बड़ी बेटी कृतिका की शादी मुंबई में हुई है। छोटी बेटी तारिणी अभी पढ़ाई कर रही है। विपिन रावत के ससुर मृगेंद्र सिंह सोहागपुर से 1967 और 1972 में कांग्रेस से दो बार विधायक रह चुके हैं। बताया जाता है मधुलिका वर्ष 2012 में अंतिम बार आई थी। सीडीएस रावत इस वर्ष करीब तीन माह पहले दतिया आए थे। उन्होंने मां पीताम्बरा पीठ के मंदिर पूजन किया था।
तमिलनाडु में कुन्नूर के पास बुधवार को हेलीकॉप्टर हादसे में चीफ ऑफ डिफेंस स्टाफ (सीडीएस) जनरल बिपिन रावत, उनकी पत्नी मधुलिका रावत के साथ अन्य अफसरों और जवानों की मौत हो गई। इस दर्दनाक हादसे में ग्रुप कैप्टन वरुण सिंह ही जिंदा बताए जा रहे हैं। जिनका उपचार चल रहा है। एमआई-17 वी 5 हेलीकॉप्टर में सीडीएस और 9 अन्य यात्री और चालक दल के चार सदस्य सवार थे। इस हादसे में बिपिन रावत और मधुलिका रावत के अलावा ब्रिगेडियर एलएस लिद्दर, लेफ्टिनेंट कर्नल हरजिंदर सिंह, विंग कमांडर पीएस चौहान, स्क्वॉड्रन लीडर के सिंह, जेडब्ल्यूओ दास, जेडब्ल्यूओ प्रदीप ए, नायक गुरसेवक सिंह, नायक जितेंद्र कुमार, लांस नायक विवेक कुमार, लांस नायक साई तेजा और हवालदार सतपाल की मौत हुई है। हादसे में केवल ग्रुप कैप्टन वरुण सिंह जिंदा बचे हैं। उनका वेलिंगटन में सेना के अस्पताल में इलाज चल रहा है।