सितंबर 2017 में हिमाद्री सिंह ने बीजेपी नेता नरेंद्र मरावी से शादी कीं। शादी के बाद से ही कयास लगाए जा रहे थें कि हिमाद्री भी बीजेपी में शामिल हो जाएंगी। विवाह के वक्त हिमाद्री सिंह ने कहा था कि कुछ भी हो जाए, लेकिन वह कांग्रेस नहीं छोड़ेंगी, राजनीति में कभी भी वैवाहिक जिंदगी नहीं आएगी। लेकिन मार्च 2019 में हिमाद्री सिंह भी पति के रंग में रंग गईं और भगवा चोला धारण कर बीजेपी में शामिल हो गईं।
हिमाद्री सिंह पहली बार मां बनी हैं। वो शहडोल से बीजेपी की सांसद हैं। गुरुवार को उन्होंने शहडोल के एक निजी अस्पताल में बेटी को जन्म दिया। उसके बाद से उनके घर में खुशी की लहर है। इसके साथ ही बीजेपी कार्यकर्ता भी उन्हें लगातार बधाई दे रहे हैं। उनके पति नरेंद्र मरावी ने सोशल मीडिया पर बिटिया को गोद में लिए हुए तस्वीर शेयर की हैं। अस्पताल पहुंचकर बीजेपी के नेता और कार्यकर्ता सांसद हिमाद्री सिंह को बधाई दे रहे हैं।
शहडोल से मिला टिकट
लोकसभा चुनावों के दौरान हिमाद्री सिंह गर्भवती थीं। फिर भी वोट के लोगों के बीच सक्रिय रहीं। वह इसी साल मार्च में पार्टी में शामिल हुईं थी। चुनाव की तारीखों का ऐलान होते ही पार्टी ने हिमाद्री सिंह को टिकट दे दिया। वो चुनाव लड़ी और कांग्रेस उम्मीदवार प्रमिला सिंह को चार लाख वोटों से चुनाव हराया।
कांग्रेस छोड़ जब हिमाद्री सिंह बीजेपी में शामिल हुईं तो सवाल उठ रहे थे। इस पर हिमाद्री सिंह ने कहा थआ कि शादी के बाद एक लड़की घर छोड़कर दूसरे घर में आती है तो उसका परिवार वही हो जाता है। मैं भी अपने माता-पिता का घर छोड़कर नरेंद्र मरावी के घर आई। जब मायके में थी तो कांग्रेस में रही और अब मरावी के घर आई तो बीजेपी में शआमिल हो गईं।
हिमाद्री की पहचान मध्यप्रदेश के विंध्य इलाके में तेज तर्रार नेत्री के रूप में है। लोकसभा चुनावों से पहले कांग्रेस भी उन्हें शहडोल से टिकट देने को तैयार थी। लेकिन बताया जाता है कि कांग्रेस ने हिमाद्री के सामने एक शर्त रख दी थी कि वह अपने पति नरेंद्र मरावी को कांग्रेस में शामिल कराएं। लेकिन हिमाद्री इसके लिए तैयार नहीं हुईं और पार्टी छोड़ने का फैसला कर लिया।