अब जबकि कोरोना की गाइडलाइन कुछ कम सख्त है सो पर्यटकों को उत्साह चरम पर – सतपुड़ा की रानी के नाम से मशहूर पचमढ़ी में टूरिस्ट प्लेसेस की भरमार है। यहां के घने जंगलों में बाघ और बायसन विचरण करते रहते हैं. हर साल देश—दुनिया से आनेवाले पर्यटकों से यह स्थान गुलजार रहता है हालांकि कोरोना के कारण सैलानियों की गतिविधियां थम गई थीं. अब जबकि कोरोना की गाइडलाइन कुछ कम सख्त है सो पर्यटकों को उत्साह चरम पर है. पचमढ़ी में हो रही एडवांस बुकिंग यह बात साबित भी कर रही है।
जश्न मनाने के लिए सैलानी इतने बेताब हैं कि पर्यटन विकास निगम की तो अधिकांश होटले बुक हो चुकी हैं- क्रिसमस और नए साल का जश्न मनाने के लिए सैलानी इतने बेताब हैं कि पर्यटन विकास निगम की तो अधिकांश होटले बुक हो चुकी हैं. जानकारी के अनुसार प्राइवेट होटलों में भी करीब 35 फीसदी कमरों की बुकिंग हो चुकी है। पचमढ़ी के साथ ही मढ़ई में भी सरकारी होटलें बुक हो चुकी हैं।
पिछले कुछ दिनों से लगातार बढ़ रहे कोरोना संक्रमण को लेकर डर भी सता रहा – हालांकि पिछले कुछ दिनों से लगातार बढ़ रहे कोरोना संक्रमण को लेकर डर भी सता रहा है। होटल संचालकों के अनुसार कुछ सैलानियों ने बुकिंग कैंसिल भी की है। इसके बाद भी खासतौर पर यहां का सनसेट देखने के लिए लोग लालायित हैं. ऐसे में क्रिसमस और न्यू ईयर पर भले ही कुछ कम सैलानी ही आएं पर यहां का आकर्षण अभी कम होता नहीं दिख रहा.