इसलिए हो रही हड़ताल
IBA (इंडियन बैंक्स एसोसिएशन ) को भेजे नोटिस में अधिकारियों की यूनियनों ने कहा कि उनका बैंकिंग क्षेत्र में विलय के खिलाफ हड़ताल पर जाने का प्रस्ताव है। सरकार ने 30 अगस्त को सार्वजनिक क्षेत्र के 10 बैंकों का एकीकरण कर 4 बैंक बनाने की घोषणा की थी। साथ ही नवंबर के दूसरे सप्ताह से राष्ट्रीयकृत बैंकों के कर्मचारी अनिश्चितकालीन हड़ताल पर जा सकते हैं।
ऐसे होगा विलय
बता दें कि सरकार के विलय के फैसले के लागू होने के बाद चार नए बैंक अस्तित्व में आ जाएंगे। इसका सीधा सा मतलब ये है कि अब छह बैंकों का दूसरे बैंकों में विलय जाएगा। जिसमें कि पहला विलय पंजाब नेशनल बैंक में यूनाइटेड बैंक ऑफ इंडिया और ओरिएंटल बैंक का होगा। बीते 5 सितंबर को पीएनबी के निदेशक मंडल ने विलय को सैद्धांतिक तौर पर मंजूरी दे भी दी है।
इसी तरह दूसरे विलय के तहत यूनियन बैंक ऑफ इंडिया, आंध्रा बैंक और कॉरपोरेशन बैंक एक हो जाएंगे। यूनियन बैंक ऑफ इंडिया के निदेशक मंडल ने भी इस विलय को मंजूरी दे दी है। वहीं केनरा बैंक में सिंडिकेट बैंक शामिल होगा। जबकि चौथे विलय की बात करें तो इंडियन बैंक में इलाहाबाद बैंक शामिल होगा। इस पूरे विलय के बाद देश में 12 PSBs बैंक रह जाएंगे। बात अगर साल 2017 की करें तो उस समय पब्लिक सेक्टर के 27 बैंक थे।