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भोपाल

दो हजार गांवों में बनाई जाएगी आदर्श आंगनबाड़ी

भवन बनाने के लिए दिया छह माह का समय

भोपालNov 03, 2019 / 09:37 pm

anil chaudhary

Aganwadi

Aganwadi

भोपाल. प्रदेश के 2000 गांवों में आदर्श आंगनबाड़ी बनाई जाएंगी। पंचायत एवं ग्रामीण विकास विभाग ने इसके लिए बजट जारी कर दिया है। भवन बनाने के लिए ग्राम पंचायतों को छह माह का समय दिया गया है। आदर्श आंगनबाड़ी केंद्र गांव के बीच ऐसे स्थान पर बनाए जाएंगे, जहां सड़क, पानी, बिजली और किचन गार्डन की पर्याप्त व्यवस्था हो।
आदर्श आंगनबाड़ी में महिला बाल विकास विभाग और पंचायत एवं ग्रामीण विकास विभाग की सहभागिता रहेगी। भवन पंचायत एवं ग्रामीण विकास विभाग बनवा रहा है और उसमें तमाम सुविधाएं व संसाधन महिला एवं बाल विकास विभाग उपलब्ध कराएगा। ये भवन उन ग्राम पंचायतों में बनाए जाएंगे, जहां आंगनबाड़ी भवन नहीं हैं, लेकिन बच्चों की संख्या 25 से अधिक हैं। इसके अलावा आस-पास के गांवों में उप आंगनबाड़ी हैं। सरपंच और सचिव आंगनबाड़ी बनाने के लिए जमीन उपलब्ध कराने का काम करेंगे। अगर पंचायत की जमीन गांव में नहीं है तो पटवारी शासकीय जमीन उपलब्ध कराएंगे।
– निर्माणाधीन आंगनबाड़ी की मॉनिटरिंग
निर्माणाधीन आंगनबाड़ी भवनों की समीक्षा की जाएगी। 1000 से अधिक भवनों में गति लाने के लिए अलग-अलग स्तर पर मॉनिटरिंग की जाएगी। सरकार ने इस तरह के आंगनबाड़ी भवनों के निर्माण कार्य को पूरा करने के लिए इंजीनियरों और अधिकारियों को छह माह का समय दिया है। हर हफ्ते के निर्माण कार्य की रिपोर्ट ऑनलाइन अपलोड करना होगा। जिन आंगनबाड़ी भवनों का निर्माण कार्य शुरू नहीं किया गया है, उनका निर्माण कार्य जल्द शुरू किया जाएगा। अगर किसी कारण से निर्माण नहीं हो रहा है तो उसकी राशि सरकार को वापस की जाएगी। इसके बाद आंगनबाड़ी भवन बनाने का प्रस्ताव नए सिरे से सरकार के पास भेजा जाएगा।

 

कांग्रेस विधायक आदिवासियों की जमीन हड़प रहे, भाजपा के पूर्व विधायक रामलाल रौतेल ने लगाया आरोप
भोपाल : भाजपा के पूर्व विधायक और प्रदेश उपाध्यक्ष रामलाल रौतेल ने मीडिया से कहा कि कांग्रेस आदिवासी हितैषी होने का दावा करती है, लेकिन उनके ही नेता और विधायक आदिवासियों की जमीन हड़प रहे हैं। गरीब आदिवासी न्याय की गुहार लगा रहे हैं लेकिन राजनीतिक दबाव के चलते शासन प्रशासन कोई कार्रवाई नहीं कर रहा। रौतेल ने आरोप लगाया कि अनूपपुर जिले के ग्राम सकरिया के भिखमतिया कोल की पैतृक जमीन स्थानीय विधायक बिसाहूलाल सिंह ने अपनी पत्नी जगोतिया बाई के नाम कर ली है। पीडि़त आदिवासी बुजुर्ग महिला न्याय के लिए दर-दर भटक रही है। रौतेल के साथ पीडि़त आदिवासी महिला भिखमतिया कोल और उसके परिजन भी मौजूद थे।

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