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2 साल का मासूम भी कोरोना की चपेट में
मध्य प्रदेश की राजधानी भोपाल में कोरोना पॉजिटिव मरीजों की संख्या लगातार बढ़ रही है। जिसे लेकर स्वास्थ विभाग काफी चिंतित है और हर संभव प्रयास करके लोगों को इस संक्रमण से बचाना है, लेकिन इसके परिणाम स्वरूप हेल्थ डिपार्टमेंट के अधिकारी-कर्मचारियों पर भारी पड़ने लगी है। स्टाफ में पॉजिटिव मरीजों का ग्राफ भी बहुत तेजी से बढ़ रहा है। यही नहीं संबंधित विभाग के लोगों में फैला संक्रमण उनके परिवारों को भी तेजी से अपनी चपेट में ले रहा है। इसी बीच सामने आई रिपोर्ट ने सभी को चौंका कर रख दिया है। ये रिपोर्ट है प्रदेश के सबसे छोटे कोरोना के मरीज की है, जिसकी उम्र महज 2 साल का है। स्वास्थ्य संचनालय में डिप्टी डायरेक्टर के पद पर पदस्थ सौरभ पुरोहित के 2 साल के बेटे की रिपोर्ट कोरोना पॉजिटिव आई है।
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पिता के संपर्क में आया था बेटा
प्राप्त जानकारी के अनुसार, 2 साल का जो मासूम बच्चा कोरोना संक्रमण का शिकार पाया गया है, उस बच्चों को संक्रमण उसके पिता से संपर्क में आने से हुआ है। इससे पहले उसके पिता को भी कोरोना प़जिटिव की पुष्टि हो चुकी है। 5 अप्रैल को स्वास्थ्य अधिकारी सौरभ पुरोहित की रिपोर्ट भी कोरोना पॉजिटिव आ चकी है। जिसके बाद संदिग्ध के घेरे में आने वाले 2 साल के बेटे की भी जांच की गई, जांच के बाद बच्चें में भी कोरोना के संक्रमण पाए गए।
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इस तरह रखें अपने बच्चों का ख्याल
कोरोना वायरस को लेकर लगातार अलग अलग शोध किये जा रहे हैं। प्रयास किया जा रहा है कि, किसी तरह वैश्विक महामारी से लड़ने का हथियार मिल सके। फिलहाल दुनियाभर के शोधकर्ताओं को अब तक इसमें कामयाबी नहीं मिल सकी है, जब तक इस बीमारी का पूर्ण इलाज नहीं मिलता, तब तक सावधानी बरतते हुए खुद को घरों में रखना और लोगों के संपर्क मे न आना ही सबसे बेहतर विकल्प है। हालांकि, ये बात भी स्पष्ट हो चुकी है, कि, किन लोगों इस संक्रमण से अधिक परेशानी हो सकती है। इनमें खासतौर पर वो लोग शामिल हैं, जिनकी रोग प्रतिरोधक क्षमता कम होती है। यानी खासतौर पर बच्चे और बुजुर्ग। इसलिए खासतौर पर इन दोनो लोगों को अधिक सुरक्षित रखने की आवश्यक्ता है।
बच्चों से तो घर के सभी सदस्य प्रेम करते हैं। जिसके चलते घर के सभी सदस्य छोटे बच्चों के साथ मस्ती करने के लिए उनके करीब होते हैं। लेकिन, याद रखें कि इन बच्चों का इम्यून सिस्टम किसी व्यस्क व्यक्ति के मुकाबले कम होता है। खास ध्यान रखने की जरूरत ये है कि, बाहर से घर लौटने के बाद अपने हाथ पैर तो अच्छी तरह धोएं ही, साथ ही कपड़े भी बदल लें। ताकि शरीर या कपड़ों पर लगे संक्रमण का नुकसान आपको और आपके परिवार के किसी भी सदस्य को न हो।
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ये लक्षण दिखें तो हो जाएं सावधान
वैसे तो इन दिनों मौसम में बदलाव होने के कारण खांसी, जुकाम, बुखार और सांस लेने में तकलीफ जैसे लक्षण लोगों में आमतौर पर देखे जा रहे हैं। लेकिन, स्वास्थ एवं परिवार कल्याण विभाग द्वारा जारी एडवाइजरी में कहा गया है कि, अगर ये समस्या अपने ओसत समय से ज्यादा वक्त तक बनी रहे तो इसे लेकर आपके किसी नजदीकी मान्यता प्राप्त चिकित्सक से जरूर परामर्श कर लें। हो सके तो संबंधि जांच भी करा लें।
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कोरोना वायरस से बचाव के उपाय
-पानी उबालकर पियें
-आहार में विटामिन सी, जिंक और विटामिन बी कॉम्प्लेक्स देने वाले पदार्थों की मात्रा बढ़ाएं।
-स्वच्छता पर खास ध्यान दें।
-तुलसी, अदरक, काली मिर्च, मिश्री और कुछ बूंदे नींबू की डालकर काढ़ा बनाकर पीयें।
-गिलोय का सेवन सुबह खाली पेट करना फायदेमंद होता है।
-भोजन में सब्जियों का सूप भी ले सकते हैं।
-किसी भी प्रकार का पेय पदार्थ (कोल्ड ड्रिंक्स) आइस्क्रीम कुल्फी आदि खाने से बचें।
-किसी भी प्रकार का डिब्बा बंद भोजन, पुराना बर्फ का गोला, सील बंद दूध और इसी दूध से बनी मिठाइयां जो 48 घंटे से पहले बनी हो, उसे खाने से बचें।
-कोरोना वायरस से बचने के लिए अपने हाथों को साबुन या गर्म पानी से धोएं। खांसते और छींकते वक्त नाक और मूंह को किसी टिश्यू पेपर या रुमाल से ढकें, क्योंकि ये वायरस छींक से भी फैलता है।