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भिवाड़ी

आईटीआई के सेंटर ऑफ एक्सीलेंस बनने का मामला फाइलों में गुम

पूर्व सरकार की घोषणा पर निदेशालय ने नहीं दिया कोई जबाव
अब बजट में 50 करोड़ का प्रावधान होने से जगी उम्मीद
टे्रड शुरू लेकिन कक्षों का अभाव होने से तिजारा में पढ़ रहे छात्र

भिवाड़ीJul 22, 2024 / 07:49 pm

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भिवाड़ी. सरकार ने हाल ही जारी बजट में प्रदेश के 30 आईटीआई में आधारभूत सुविधाओं को विकसित करने 50 करोड़ के फंड का प्रावधान किया है। इससे पूर्व भी उद्योग क्षेत्र में स्थित औद्योगिक प्रशिक्षण संस्थान (आईटीआई) को सेंटर ऑफ एक्सीलेंस के रूप में विकसित किया जाना था। इसके लिए भी बजट घोषणा हुई। बजट घोषणा के बाद निदेशालय के निर्देश पर इसकी डीपीआर भी तैयार कराई गई। प्रस्ताव निदेशालय को भेजे जाने के बाद मामला ठंडे बस्ते में पड़ा हुआ है। आईटीआई परिसर में कक्षा-कक्ष का अभाव होने की वजह से दो ट्रेड की कक्षाएं भी तिजारा में संचालित हो रही हैं।

इस तरह चली प्रक्रिया हुई ठप्प

बजट 2023-24 में भिवाड़ी आईटीआई को सेंटर ऑफ एक्सीलेंस के रुप में तैयार करने की घोषणा की गई थी। इसके साथ दो तरह से काम होने थे। पहला इमारत का सौंदर्यीकरण एवं दूसरा उपकरणों की खरीद। जोधपुर निदेशालय से मिले निर्देश के बाद स्थानीय स्तर पर पीडब्ल्यूडी से इसकी लागत का अनुमान लगाया गया। निदेशालय ने इमारत के सौंदर्यीकरण के लिए 73 लाख का बजट बताया था, जबकि उपकरण, साजो सामान एवं मशीनरी खरीद के लिए 32 लाख का बजट बताया। पीडब्ल्यूडी ने इमारत के सौंदर्यीकरण के लिए 75.55 लाख के बजट की जरूरत बताई। जिसके बाद स्थानीय अधिकारियों ने मुख्यालय को प्रस्ताव भेज दिया। प्रस्ताव भेजे जाने के कई महीनों बाद भी मुख्यालय से इस संबंध में कोई जानकारी नहीं दी गई है, न ही इस संबंध में कोई स्वीकृति जारी हुई है। बजट घोषणा के अनुसार 33 जिलों में सेंटर ऑफ एक्सीलेंस बनाया जाना था। जिला मुख्यालय के अलावा सात आईटीआई सेंटर ऑफ एक्सीलेंस के लिए शामिल की गई थी जिसमें भिवाड़ी शामिल था। भिवाड़ी में औद्योगिक क्षेत्र होने की वजह से इस सेंटर से युवाओं को तकनीकि रूप से दक्ष बनाने में मदद मिलेगी।

दो ट्रेड शुरू हुई

बजट घोषणा के बाद टर्नर और रेफरीजरेशन एवं एसी मिकेनिक (आरएसी) की ट्रेड शुरू हुई है। टर्नर और आरएसी का कैंपस आईटीआई तिजारा में चल रहा है। दोनों ट्रेड में 20-20 सीट हैं। टर्नर ट्रेड की 20 सीट में दाखिला देकर गत सत्र में पढ़ाई शुरू हो चुकी है। गत सत्र में आरएसी में आवेदन नहीं आए। इसमें कम से कम छह छात्र का प्रवेश चाहिए था लेकिन तय तिथि तक आवेदन नहीं मिलने की वजह से प्रशिक्षण शुरू नहीं हो सका। इस बार प्रवेश प्रक्रिया चल रही है। जबकि इलेक्ट्रिशियन की 20 सीट, फिटर की 20 सीट, इलेक्ट्रोनिक्स मिकेनिक की 24, मिकेनिक मोटर व्हीकल की 24 और वेल्डर की 20 सीट पर प्रशिक्षण फूलबाग स्थित आईटीआई में दिया जा रहा है।

पूर्व में जारी बजट में सेंटर ऑफ एक्सीलेंस के लिए प्रस्ताव बनाकर भेजा जा चुका है, जोधपुर निदेशालय से अभी तक उसमें कोई जबाव नहीं मिला है।
संजय सिंह पटेल, सहायक निदेशक प्रशिक्षण, आईटीआई भिवाड़ी

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