भिवाड़ी

उद्योग लगाने मिला 252 करोड़ का ऋण और 20 करोड़ ब्याज अनुदान

एमएलयूपीवाई का हुआ समापन, करीब पांच साल चली योजना

भिवाड़ीAug 09, 2024 / 06:28 pm

Dharmendra dixit

भिवाड़ी. कांग्रेस सरकार की फ्लेगशिप मुख्यमंत्री लघु उद्योग प्रोत्साहन योजना (एमएलयूपीवाई) 31 जुलाई को बंद हो चुकी है। योजना के तहत उद्यमियों को उत्पादन शुरू करने के लिए ऋण एवं ब्याज अनुदान दिया जाता था। प्रदेश में सरकार गठन होते ही 17 दिसंबर 2019 को योजना शुरू हुई थी। ऋण की तीन श्रेणियां बनाई गई थी। पहली श्रेणी में 25 लाख तक के ऋण पर आठ प्रतिशत, दूसरी श्रेणी में 25 लाख से पांच करोड़ रुपए तक के ऋण पर छह प्रतिशत, तीसरी श्रेणी में पांच करोड़ से 10 करोड़ रुपए तक के ऋण पर पांच प्रतिशत ब्याज अनुदान दिया जाता था। योजना की अवधि 31 मार्च को पूरी हो रही थी जिसे चार महीने बढ़ाकर 31 जुलाई किया गया। पांच साल की अवधि में योजना के तहत 1138 आवेदन बैंकों को भेजे गए, 707 आवेदन बैंकों ने स्वीकार किए हैं, 340 करोड़ ऋण स्वीकृत हुए, 252 करोड़ ऋण वितरित हुए। 340 आवेदकों को अभी तक 20 करोड़ का ब्याज अनुदान दिया जा चुका है। 431 आवेदकों के प्रस्ताव बैंक ने अस्वीकार कर दिए। इस तरह योजना से प्रत्यक्ष, अप्रत्यक्ष रूप से करीब आठ हजार रोजगार सृजित हुए।

इनको मिला लाभ

योजना के तहत उद्योग लगाने, विस्तार करने, विविधीकरण और आधुनिकीकरण के लिए ऋण पर ब्याज अनुदान दिया जाता था। डीआईसी के माध्यम से ऋण पत्रावलियां बैंक और वित्तीय संस्थाओं को भेजी जाती थीं। 18 वर्ष से अधिक आयु के व्यक्ति, संस्थागत आवेदक, सोसायटी और कंपनी ऋण पर ब्याज अनुदान प्राप्त कर सकते थे।

लक्ष्य से रहे दूर

वित्तीय वर्ष 2021-22 में 160 उद्यमियों को ब्याज अनुदान देने का लक्ष्य दिया गया, उद्योग केंद्र ने 208 आवेदन बैंकों को भेजे। बैंकों ने 130 उद्यमियों को ही 90 करोड़ रुपए के ऋण वितरित किए। वित्तीय वर्ष 2022-23 में 180 उद्यमियों को ऋण देने का लक्ष्य था। डीआईसी ने 311 आवेदन चयनित कर बैंक भेजे, जिसमें से 190 आवेदकों को 60 करोड़ का ऋण दिया गया। 193 आवेदकों को 7.91 करोड़ का अनुदान दिया गया।

आठ हजार रोजगार का सृजन

सरकार की ओर से उद्योगों को दिए जाने वाली सहूलियत का लाभ कम ही उद्यमियों को मिला लेकिन इससे प्रत्यक्ष और अप्रत्यक्ष रूप से करीब आठ हजार रोजगार का भी सृजन हुआ है। जिन इकाइयों ने ऋण लेकर उत्पादन शुरू किया और उससे जुड़े अन्य वर्ग की रोजगार वृद्धि हुई।

योजना की अवधि समाप्त हो चुकी है, पोर्टल पर भी आवेदन नहीं लिए जा रहे हैं। मुख्यालय से भी इसके समापन संबंधित दिशा निर्देश मिले हैं।
एसएस खोरिया, जीएम, डीआईसी

Hindi News / Bhiwadi / उद्योग लगाने मिला 252 करोड़ का ऋण और 20 करोड़ ब्याज अनुदान

Copyright © 2025 Patrika Group. All Rights Reserved.