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भिवाड़ी

घटाल गांव में पेयजल किल्लत, साढ़े नौ साल में नहीं हो सका टंकी का निर्माण

गरीब परिवारों ने पानी पीने के लिए 14 महीने में चुकाए 42 लाख

भिवाड़ीApr 11, 2023 / 05:20 pm

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घटाल गांव में पेयजल किल्लत, साढ़े नौ साल में नहीं हो सका टंकी का निर्माण

घटाल गांव में पेयजल किल्लत, साढ़े नौ साल में नहीं हो सका टंकी का निर्माण

भिवाड़ी। 76 करोड़ के पेयजल प्रोजेक्ट में जलदाय विभाग साढ़े 9 साल बाद भी पानी देने में सफल नहीं हो सका। मजबूरी में आमजन को प्यास बुझाने के लिए हर महीने हजारों रुपए खर्च करने पड़ रहे हैं। माफिया ने भी इसका लाभ उठाया और हरियाणा के रंगाला गांव से भिवाड़ी के घटाल तक पानी की लाइन बिछा दी। करीब एक साल से इस तरह गरीब, मजदूर वर्ग को पानी लेना पड़ रहा है। 300 परिवारों ने 500 रुपए महीने देकर कनेक्शन लिया और हर महीने एक हजार रुपए चुका रहे हैं। गरीब मजदूर परिवार 14 महीने में करीब 42 लाख रुपए पानी पीने के लिए दे चुके हैं। भिवाड़ी में एनसीआरपीबी का प्रोजेक्ट 25 अक्टूबर 2013 को स्वीकृत हुआ। इस प्रोजेक्ट के तहत घटाल गांव में भी पानी टंकी का निर्माण होना था। लेकिन अभी तक यहां निर्माण नहीं हुआ है। जिसकी वजह से हजारों परिवार जलापूर्ति के लिए परेशान हैं। यहां के परिवार फूलबाग के आसपास के क्षेत्र से पानी भरकर ले जाते हैं। घटाल में विभागीय अभियंताओं ने प्रोजेक्ट को पूरा करने के लिए आनन-फानन में पहाड़ी के ऊपर टंकी निर्माण के लिए जगह चिन्हित कर ली, लेकिन बाद में इस पर निर्माण को लेकर वन विभाग ने पेंच फंसा दिया, पीएचईडी को एनओसी लेने में ही काफी साल लग गई। एनओसी लेने के बाद एजेंसी ने भी निर्माण को लेकर हाथ खड़े करने की कोशिश की। लेकिन अन्य जगह टंकी निर्माण की व्यवस्था नहीं हुई, जिसकी वजह से नौ साल तक टंकी का निर्माण ही शुरू नहीं हो सका। अभी विभागीय अभियंताओं द्वारा दावा किया जा रहा है कि पहाड़ी के ऊपर जगह को समतल किया जा रहा है। काम शुरू होने के बाद निर्माण को पूरा होने में चार महीने का समय लगेगा।
परिषद का घटाल गांव हरियाणा सीमा पर स्थित है। यहां से हरियाणा का रंगाला गांव करीब डेढ़ किमी दूरी पर स्थित है। घटाल में पानी की किल्लत और जलदाय विभाग की लापरवाही का फायदा उठाते हुए माफिया ने गत वर्ष फरवरी में अवैध रूप से लाइन बिछा दी है। पेयजल की किल्लत को दूर करने के लिए आमजन ने भी मजबूरी में 500 रुपए देकर कनेक्शन लिए हैं। सुबह आधा घंटा पानी भरने के लिए एक हजार रुपए भी चुका रहे हैं। वाल्मीकि बस्ती में 350 से अधिक परिवार रहते हैं जिसमें से 300 ने कनेक्शन लिए हैं। अन्य परिवार अभी भी फैक्ट्रियों के अंदर, फूलबाग, गणपति प्लाजा सहित अन्य दूर-दराज से पानी भरकर ला रहे हैं। यहां माफिया ने हर महीने पानी बेचकर तीन लाख रुपए कमाने शुरू कर दिए हैं। वहीं जिम्मेदार विभाग जनता की परेशानी को देख नहीं रहे हैं।
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परिषद ने बोरिंग कराकर छोड़ी
नगर परिषद ने भी क्षेत्र में कुछ महीने पहले एक बोरिंग कराई, लेकिन उसका अभी तक बिजली कनेक्शन नहीं हुआ है। जिसकी वजह से आमजन को इसका लाभ नहीं मिल पा रहा है। वहीं पीएचईडी द्वारा लगाए गए टैंकर की संख्या भी कम है, जिससे आमजन की परेशानी दूर नहीं हो रही।
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घटाल में पहाड़ी पर टंकी निर्माण की प्रक्रिया शुरू हो गई है, चार महीने में टंकी का निर्माण पूरा हो जाएगा, इसके बाद आमजन को कनेक्शन देकर जलापूर्ति शुरू कर दी जाएगी।
विकास मीना, एक्सईएन, पीएचईडी

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