एमपी में 100 गांव खाली करने का आदेश, बाढ़ का खतरा बढ़ा, अलर्ट जारी
MP Flood: सिंध नदी की बाढ़ को देखते हुए प्रशासन ने 100 गांव चिन्हित किए हैं और उन्हें खाली कराना शुरु कर दिया है..सिंध नदी खतरे के निशान से 20 फीट ऊपर बह रही है..।
MP Flood: मध्यप्रदेश में बीते कुछ दिनों से हो रही लगातार बारिश के कारण कई जगहों पर बाढ़ के हालात बन गए हैं। चंबल अंचल में भी भारी बारिश के कारण बाढ़ ने तबाही मचाना शुरू कर दी है और भिंड जिले में तो हालात बिगड़ते दिख रहे हैं। यहां सिंध नदी की बाढ़ लगातार बढ़ रही है और इसे देखते हुए प्रशासन ने 100 गांवों को चिन्हित कर खाली कराना शुरु कर दिया है। ये सभी वो गांव है जहां सिंध नदी तबाही मचा सकती है।
चंबल अंचल में हो रही बारिश के कारण सिंध नदी उफान पर है और खतरे के निशान से 20 फीट ऊपर बह रही है। भिंड जिले के लहार और मेहगांव से सिंध नदी का बड़ा हिस्सा होकर गुजरता है और जब भी सिंध नदी में बाढ़ आती है तो यहां तबाही मचाती है। भिंड जिला जनसंपर्क कार्यालय से मिली जानकारी के मुताबिक सिंध नदी का जलस्तर मेंहदाघाट पर 126 मीटर तक पहुंच चुका है जो कि खतरे के निशान 120 मीटर से 6 मीटर ज्यादा है। सिंध में पानी लगातार बढ़ रहा है और वो खतरे के निशान से 20 फीट ऊपर से बह रही है।
सिंध नदी में बढ़ती बाढ़ को देखते हुए प्रशासन पूरी तरह से सतर्क है और अलर्ट जारी कर 100 गांवों को चिन्हित कर खाली कराने का आदेश जारी किया जिस पर काम शुरू हो चुका है। लहार के बरहा, लिलवारी, केशवगढ़ समेत मेहगांव के नयागांव, और आसपास के गांव भिंड देहात के भारौली कलां, भारौली खुर्द समेत 100 से ज्यादा गांवों को बाढ़ से सबसे ज्यादा नुकसान होने की संभावना है ऐसे में इन्हें खाली कराया जा रहा है। यहां ये भी बता दें कि जब भी सिंध नदी में बाढ़ आती है तो इन्हीं गांवों में ज्यादा तबाही होती है। साल 2021 में भी सिंध की बाढ़ ने यहां तबाही मचाई थी।