18 जुलाई को भी कांग्रेस नेता गोविंद सिंह Dr Govind Singh की हवेली की नपाई की गई थी। तब सात घंटे तक जमीन की नापजोख का काम चला था। 19 जुलाई को डॉ. गोविंद सिंह के पुत्र कोर्ट पहुंच पर उनकी याचिका खारिज हो गई। इसपर शनिवार को पुलिस बल के साथ राजस्व अमला फिर मौके पर पहुंचा और नपाई का काम शुरु कर दिया।
यह भी पढ़ें : बड़ी खबर! सीएम हाउस पहुंचे दिग्विजय सिंह, अकेले में की चर्चा, कांग्रेस की बढ़ी धड़कनें लहार में भिंड-भांडेर रोड पर स्थित हवेली की स्थानीय लोगों ने शिकायत की थी। सरकारी रास्ते पर कब्जे की शिकायत के बाद प्रशासन द्वारा ये कार्रवाई की जा रही है। नपाई करने राजस्व अमला भारी पुलिस बल के साथ पहुंचा है।
लहार के पूर्व पार्षद बाबूलाल टैगाेर ने पूर्व में कलेक्टर और एसडीएम को इस संबंध में ज्ञापन दिया था। उन्होंने ज्ञापन में कहा था कि कांग्रेस नेता पूर्व विधायक डॉ. गोविंद सिंह Dr Govind Singh की कोठी के अंदर से वार्ड क्रमांक 12 के लिए आम रास्ता है जिसे बंद कर दिया गया है। 4 जुलाई 2024 को की गई शिकायत में उन्होंने बताया कि सर्वे क्रमांक 2711, 2715, 2716 मौजा लहार में पूर्व से ही यह आम रास्ता के रूप में दर्ज है।
यह भी पढ़ें :शादी में आने से कर दिया इंकार, फिर अंबानी परिवार ने किया कुछ ऐसा कि दौड़े आए पंडित धीरेंद्र शास्त्री बाबूलाल टैगाेर की शिकायत पर 18 जुलाई को राजस्व अमले ने डॉ. गोविंद सिंह की कोठी के आसपास की जमीन नापी।
हवेली के सीमांकन के दौरान लहार के अलावा असवार, मिहोना, दबोह, आलमपुर, रावतपुरा आदि थानों से भी पुलिस फोर्स बुलाकर यहां तैनात कराया गया था। एसडीएम विजय सिंह यादव खुद यहां मौजूद रहे थे।
शनिवार को दोबारा राजस्व अमले की नापजोख की खबर फैलते ही राजनैतिक हलचल शुरू हो गई है। चर्चा है कि सरकारी रास्ते पर अतिक्रमण मिलता है तो हवेली ढहाई जा सकती है। ऐसे में जिलेभर के कांग्रेस नेता और कार्यकर्ता भी यहां आ चुके हैं।
लोहे के गेट लगाकर बंद किया आम रास्ता
डॉ. गोविंद सिंह Dr Govind Singh पर आरोप है कि उन्होंने हवेली बनाकर दोनों ओर लोहे के गेट से रास्ता बंद कर दिया है। वार्ड 12 के लोगों को आवागमन के लिए उपयोग में आनेवाला रास्ता उत्तर-दक्षिण दोनों दिशाओं में बंद किया गया है। 2715, 2716 के सीमांकन पर आपत्ति
कांग्रेस नेता गोविंद सिंह के बेटे अमित प्रताप सिंह ने मामले में लहार तहसीलदार को ज्ञापन देकर लहार में सर्वे क्रमांक 2715, 2716 के सीमांकन पर आपत्ति जताई। आरसीएमएस पोर्टल में सर्वे नंबर 2715 और 2716 के सीमांकन करने संबंधी कोई प्रकरण दर्ज नहीं पाया गया।