दो साल में तैयार होगा
वर्ष 2025 तक ग्वालियर से भिण्ड और इटावा तक जाने वाले लोगों को फोरलेन हाइवे मिल सकता है। हालांकि यह हाइवे अभी एमपीआरडीसी के पास है, लेकिन केंद्रीय मंत्रालय ने प्रदेश सरकार से सहयोग मांगा है और नए सिरे से डीपीआर तैयार करने के लिए कहा है। सब कुछ ठीक रहा तो यह हाइवे अगले दो साल में तैयार हो सकता है।
पीएनसी कंपनी के पास है ठेका
नेशनल हाइवे का कॉन्ट्रेक्ट पीएनसी कंपनी के पास है। जिसका निर्माण दिलीप बिल्डिकॉम ने किया था। ऐसे में अटकलें यह भी लगाई जा रही थी कि कंपनी ने अगर ठेका नहीं छोड़ा तो कार्य शुरू होने में देरी लग सकती है, लेकिन केन्द्रीय मंत्रालय की स्वीकृति मिलने के बाद अटकलों पर विराम लग चुका है।
हर साल हादसों में 200 से अधिक लोगों मौत
टू लेन नेशनल हाइवे पर हर साल 200 से अधिक लोगों की सड़क हादसे में जान चली जाती है, वहीं सैकड़ों लोग घायल हुए हैं, लेकिन फोरलेन होने के बाद इस हाइवे पर हादसों की संख्या में गिरावट आएगी और लोगों को एक सुरक्षित मार्ग आवागमन के लिए मिलेगा। लोगों को उम्मीद है कि हाइवे पर जल्द काम शुरू हो, जिससे भिण्ड से ग्वालियर और इटावा के लिए सुगम मार्ग मिल सके।
एक साल तक हाइवे पर टोल नहीं लगेगा
इस मार्ग पर बीओटी (टोल) चल रहा है, जिसकी मियाद जून 2025 तक है। यह मध्य प्रदेश के रोड कार्पोरेशन के पास है। जिसका ठेका निरस्त किया जाएगा। सडक़ व परिवहन विभाग ने कहा है कि एक साल तक हम हाइवे पर टोल नहीं लेंगे, इसके बाद टोल लगेगा।
यह भी पढ़ेंः
नाइट कल्चर वाले इस शहर में 24 घंटे खुला रहेगा एयरपोर्ट
केन्द्रीय मंत्री नितिन गडकरी से काफी समय से फोर लेन हाइवे की मांग कर रहे थे। लगातार पत्राचार भी किया। उसके बाद केन्द्रीय मंत्री ने हाइवे निर्माण की स्वीकृति दी है। हाइवे के लिए भूमि अधिकरण की कार्रवाई वर्ष 2023 से शुरू होगी। बीओटी टोल निरस्त कर डीपीआर बनाकर काम शुरू होगा।