जूते उतार कर वहां सेल्फी लेने के प्रयास में पैर फिसलने से श्लोक जागेटिया व रुद्र प्रताप सिंह पानी में डूब गए। उन्हें डूबता देख उनका तीसरा साथी फहीन मोहम्मद बेहताशा दौड़ता हुआ शाहपुरा-केकड़ी हाइवे पर आया। जहां यातायात सलाहकार की लगी केबिन में बैठे रहमान, राजू सुखवाल व मुकेश शुक्ला को घटना की जानकारी दी। जिसके बाद तीनों युवा दौड़ते हुए नाडी के पास पहुंचे और बच्चों को बचाने में जुट गए।
बच्चों की जान बचाने में युवाओं लगा दी जान की बाजी
घटना स्थल पहुंचे यातायात सलाहकार ने बताया कि तालाबनुमा गहरी नाडी में बच्चों को निकालने कूदे तो हम दलदल में फंसने लगे। दोनों बच्चे भी दलदल में ज्यादा गहराई में जाने से उनके शव फंस चुके थे। बड़ी लकड़ियों की सहायता से अथक प्रयास के बाद बच्चों को बाहर निकाला और शीध्र जिला चिकित्सालय पहुंचाया जहां चिकित्सकों ने दोनों को मृत घोषित कर दिया। घटना की जानकारी होते ही दोनों विद्यालय के शिक्षक अस्पताल में पहुंचे। अस्पताल में कोहराम मच गया। बच्चों के शव देख सभी की आंखें नम हो गई। छात्र श्लोक का राष्ट्रीय प्रतियोगिता में हो रखा चयन
मॉडल स्कूल के प्रधानाचार्य ईश्वर मीणा ने बताया कि छात्र श्लोक जागेटिया मेधावी व प्रतिभावान छात्र खिलाड़ी था। टीटी की राष्ट्रीय प्रतियोगिता में चयन होने से छुट्टियां होने के बावजूद प्रशिक्षण शिविर में जाने से पूर्व प्रेक्टिस करने विद्यालय आता था। घर जाते वक्त ये दुखद हादसा हुआ।
कलक्टर व एएसपी पहुंचे अस्पताल
ह्रदय विदारक घटना की जानकारी होते ही कलक्टर राजेंद्र सिंह शेखावत व अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक राजेश आर्य जिला अस्पताल पहुंच कर मृतक बच्चों के परिवारजनों को ढांढस बंधाया। शवों का पोस्टमार्टम करवा परिजन के सुपुर्द किया। छात्र श्लोक जागेटिया के शव को पुश्तैनी गांव कादेड़ा, अजमेर तथा छात्र रुद्र प्रताप सिंह के शव का गिरडिया में अंतिम संस्कार के लिए ले जाया गया।