मृतक की पत्नी के एक व्यक्ति के साथ अवैध सम्बंध थे, उसमें रघुवीर रोड़ा बन रहा था। एेसे में पत्नी ने अपनी ही मां, पिता और प्रेमी के साथ मिलकर रघुवीर की पीट-पीट कर हत्या कर दी। बाद में इसे दुर्घटना का रूप दे दिया। पुलिस ने मृतक के ससुर और प्रेमी को गिरफ्तार कर लिया।
वारदात में शामिल पत्नी और सास की तलाश की जा रही है। थानाप्रभारी भजनलाल के अनुसार गत 17 फरवरी को पीपलाज हाल यश विहार अहिंसा सर्किल के निकट रहने वाले रमेश बलाई ने इस्तगासे के जरिए हत्या का मामला दर्ज कराया था।
रिपोर्ट में उसने अपने भाई रघुवीर बलाई की 25 दिसम्बर को हत्या करने की आशंका जताई। रिपोर्ट में रघुवीर की पत्नी रिंकू, ससुर डूंगरसिंह तथा सास सम्पति तथा रिंकू का प्रेमी गोपाल बलाई शमिल है। पुलिस ने मामला दर्ज कर अनुसंधान किया।
अनुसंधान के बाद हत्या के आरोप में नापा जी का खेड़ा (शम्भूगढ़) हाल किराएदर बालाजी का खेड़ा (प्रतापनगर) तथा पपलाज (अजमेर) हाल बाबाधाम निवासी डूंगरसिंह उर्फ कालू दरोगा को गिरफ्तार किया। मृतक की पत्नी रिंकू और सास सम्पति फरार चल रही है।
घर आता जाता था
सीआई भजनलाल ने बताया कि मृतक रघुवीर पत्नी के साथ बाबा धाम के निकट किराए पर रहता था। रघुवीर के मकान से कुछ दूरी पर ही उसकी सास सम्पति और ससुर डूंगरसिंह भी किराए पर रहते थे। डूंगरसिंह के ट्रैक्टर पर आरोपी गोपाल चालक था, जबकि रघुवीर बिजौलियां में मजदूरी करता था।
रघुवीर अक्सर घर से बाहर रहता था। ट्रैक्टर चालक होने से गोपाल का डूंगरसिंह के घर आना-जाना था। वहां रघुवीर की पत्नी रिंकू से उसके अवैध सम्बंध बन गए। रघुवीर का ससुर डूंगर भी गोपाल को पसंद करता था। उसने गोपाल से सम्बंध के लिए बेटी को कभी नहीं टोका।
उलाहना देने गया, पीट-पीट कर मारा
अवैध सम्बंधों के बारे में रघुवीर को पता लग गया था। उसने पत्नी रिंकू को इसके लिए टोका तो दोनों में झगड़े होने लगे। २२ दिसम्बर २०२० की रात में रिंकू अपने पिता के घर ही थी। उसे बुलाने के लिए रघुवीर वहां पहुंचा। वहां पहले से गोपाल मौजूद था। उसके साथ अवैध सम्बंधों को लेकर रघुवीर ने आपत्ति जताई तो डूंगर सिंह और रघुवीर में झगड़ा हो गया।
इस पर गोपाल ने रघुवीर से मारपीट कर दी। मारपीट में रघुवीर के सिर पर गहरी चोट लगी। इससे वह नीचे गिर गया। मोहल्ले वालों ने 108 बुलाकर उसे अस्पताल पहुंचाया। वहां से उदयपुर रैफर किया। वहां उसने दम तोड़ दिया।
दुर्घटना बताकर मामले पर डाला पर्दा
डूंगरसिंह समेत अन्य आरोपियों ने वारदात को छिपाने के लिए उसे दुर्घटना बताया। परिवादी रमेश को बताया कि रघुवीर की बिजौलियां के निकट सड़क दुर्घटना में मौत हुई। इस पर परिवादी रमेश ने पहले दुर्घटना का मामला बिजौलियां थाने में दर्ज कराया था।
मुम्बई भाग गए, इसलिए हो गया शक
वारदात के बाद गोपाल अपने साथ रिंकू को लेकर मुम्बई चला गया, ताकि किसी को कोई शक ना हो। पुलिस ने जांच का दायरा बढ़ाया तो गोपाल और रिंकू के मुम्बई भाग जाने से शंका बढ़ गई। पुलिस ने गोपाल और डूंगर को हिरासत में लेकर पूछताछ की तो उन्होंने हत्या करना कबूल कर लिया।