READ: खुशियों को लगा ग्रहण, दो बहनों की डोली उठने से पहले इकलौता भाई दुनिया से विदा सदर पुलिस ने पोस्टमार्टम करा शव परिजनों को सौंपा। मनोज का शव घर पहुंचा तो कोहराम मच गया। परिवार को ढांढस बंधाने वालों की भी रूलाई नहीं थम रही थी। जैसे-तैसे परिवार को संभालते हुए सामाजिक रस्म पूरा कर शव दादाबाड़ी स्थित पंचमुखी मोक्षधाम रवाना किया गया। बाप के घर से बेटियों की शादी से पहले बेटे की अर्थी उठते देख न केवल अर्थी को कंधा देने वाले बल्कि अंत्येष्टि में शामिल हर शख्स की आंख नम कर गया। मनोज के कई परिजनों की तबीयत बिगड़ गई।
READ: दुपहिया वाहन को बचाने के चक्कर में वैन नहर में गिरी, पांच घायल बेटे की असामायिक मौत का दर्द था तो दूसरी ओर घर में मांगलिक कार्यक्रम। बेटियों के हाथ पीले कर उनको ससुराल भेजना था। अंतिम संस्कार के बाद घर लौटे लोग स्नान कर उठावने की तैयारी में जुट गए। बड़ी संख्या में लोग उठावने में एकत्र हुए और शाम चार बजते-बजते नौ घंटे में बारहवें की रस्म पूरा कर ली गई। उसके बाद बेटियों की डोली उठने के कारण उनकी शादी की तैयारियों की औपचारिकता शुरू हो गई।
गौरतलब है कि शहर के तिलकनगर में रहने वाले एक परिवार मेें हुई हृदय विदारक घटना ने पलभर में उनकी खुशियां छीन ली। बहनों को हंसी-खुशी विदा करने का अरमान मन में लेकर दस्तूर करने गया भाई डोली उठने से पहले ही दुनिया से विदा हो गया। इकलौता भाई सामाजिक रस्म की अदाएगी के लिए कोटड़ी क्षेत्र के मंशा गांव गया था। वहां से वापस लौटते वक्त रविवार शाम को कार कोदूकोटा मोड पर पलट गई। हादसे में कार में सवार युवक की मौत हो गई जबकि तीन जने घायल हो गए थेे।