Rajasthan Government Scheme: प्रदेश में सरकारी स्कूलों के बच्चों को जल्द पन्नाधाय बाल गोपाल योजना में मिल्क पाउडर से बना दूध दिया जाएगा। बता दें कि हाल ही में गहलोत सरकार द्वारा शुरु की गई बाल गोपाल योजना का नाम बदलकर भजनलाल सरकार ने पन्नाधाय बाल गोपाल योजना रखा है।
मिड डे मील आयुक्त ने सभी 50 जिलों में पंजीकृत विद्यार्थियों के हिसाब से राजस्थान को-ऑपरेटिव डेयरी फैडरेशन लिमिटेड (आरसीडीएफ) को फरवरी 2025 तक के लिए मिल्क पाउडर मुहैया कराने के आदेश दिए। भीलवाड़ा डेयरी को 1216.29 टन मिल्क पाउडर का ऑर्डर मिला है। यह सात जिलों में सप्लाई होगा। इनमें भीलवाड़ा, शाहपुरा, बांसवाड़ा, चित्तौड़गढ़, प्रतापगढ़, राजसमंद, डूंगरपुर जिले के राजकीय विद्यालय, संस्कृत विद्यालय, मदरसे व विशेष प्रशिक्षण केंद्रों की बाल वाटिकाएं शामिल हैं।
पहली से आठवीं के विद्यार्थियों को सप्ताह में 6 दिन पाउडर से दूध तैयार कर पिलाया जाएगा। इनकी 65 प्रतिशत उपस्थिति के साथ 95 दिन की डिमांड भेजने के निर्देश दिए गए थे। आरसीडीएफ ने प्रदेश की सात दुग्ध उत्पादक डेयरियों को मिल्क पाउडर बनाने के आदेश दिए। इनको कुल 65 लाख 39 हजार 585 किलोग्राम मिल्क पाउडर एक-एक किलो की पैकिंग में बनाने को कहा गया है।
मिल्क पाउडर का डिस्पैच 1 अक्टूबर से शुरू
मिल्क पाउडर का डिस्पैच 1 अक्टूबर से शुरू होगा। डिलीवरी 15 नवंबर तक पूरी करनी होगी। मालूम हो, पांचवीं तक के बच्चों को 15 ग्राम पाउडर दूध से 150 एमएल दूध तथा छठी से आठवीं तक के बच्चों को 20 ग्राम पाउडर दूध से 200 एमएल दूध दिया जाएगा।
अगले माह से आपूर्ति
एक-एक किलो की पैकिंग में मिल्क पाउडर तैयार करने के आदेश आरसीडीएफ से मिल गए। पैकिंग के लिए नई मेटेरियल तैयार कराया जा रहा है। अक्टूबर से ही सप्लाई शुरू कर देंगे। भीलवाड़ा डेयरी से सात जिलों को पाउडर भेजा जाएगा। – बीके पाठक, प्रबंध संचालक भीलवाड़ा डेयरी