नए जिलों में कई जिले अनावश्यक- मदन राठौड़
इस दौरान उन्होंने (
Rajasthan New Districts on Madan Rathore) कहा कि पूर्ववर्ती गहलोत सरकार के दौरान बने नए जिलों में कई जिले अनावश्यक रूप से बनाए गए हैं, ऐसे जिले जल्द समाप्त कर दिए जाएंगे। साथ ही उन्होंने नेता प्रतिपक्ष टीकाराम जूली के विधानसभा अध्यक्ष वासुदेव देवनानी (Vasudev Devnani) को लिखे गए पत्र पर भी पलटवार किया।
जूली के बयान पर किया पलटवार
मदन राठौड़ ने कहा कि भीलवाड़ा विधानसभा क्षेत्र से निर्दलीय विधायक अशोक कोठारी (
MLA Ashok Kothari) को भाजपा सदस्य बनाए जाने से इनकार किया। उन्होंने कहा कि उनकी तरफ से आवेदन हो सकता है, लेकिन सदस्यता का फैसला पार्टी ही करती है।
इन छोटे जिलों पर चल सकती है कैंची
इस बैठक के बाद माना जा रहा है कि दूदू, मालपुरा जैसे जिलों के सीमांकन में बदलाव करने की कवायद की जा सकती है। पूर्व सरकार ने मालपुरा को लेकर भी आचार संहिता लगने से पहले जिला बनाने की घोषणा की थी। संभव है कि दूदू के साथ मालपुरा को जोड़कर दूदू-मालपुरा नाम से बड़ा जिला बनाया जाए। शाहपुरा को वापस से भीलवाड़ा में जोड़ा जा सकता है।
वहीं, खैरथल तिजारा की जगह भिवाड़ी को जिला बनाया जा सकता है। केकड़ी, सलूम्बर, सांचोर को रद्द किया जा सकता है। इनके अलावा आकार के हिसाब से बांसवाड़ा को संभाग बनाने पर भी सवाल उठ रहे हैं।