ब्रह्म वेला में उठे
भीलवाड़ा. भगवान बिना बताए ही आ जाते हैं इसलिए नित्य तैयारी रखो। ना जाने किस रूप में नारायण मिल जाए। जिस देश, वेश एवं परिवेश में रहो, भगवान का स्मरण करते रहो। किसी का प्रिय बनने के लिए ढलना एवं गलना पड़ता है।
भीलवाड़ा•Sep 25, 2022 / 09:18 am•
Suresh Jain
रामजी के दरबार में आने के लिए लेनी पड़ेगी हनुमानजी की शरण
Hindi News / Bhilwara / रामजी के दरबार में आने के लिए लेनी पड़ेगी हनुमानजी की शरण